बता दें कि अक्टूबर में राज्य में प्रतिदिन दस हजार के आस-पास नए लोगों में संक्रमण की पुष्टि हो रही थी। नववर्ष समारोहों पर लगे प्रतिबंध समिति ने नए साल के सार्वजनिक समारोहों पर प्रतिबंध लगाने की भी सिफारिश की है। समिति का कहना है कि २६ दिसम्बर से एक जनवरी तक नए साल के स्वागत समारोहों पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए और इस दौरान रात्रि आठ बजे से सुबह पांच बजे तक कफ्र्यू लगाया जाना चाहिए। समिति ने मेलों और सार्वजनिक समारोहों पर भी प्रतिबंध और मास्क नहीं पहनने वालों के खिलाफ सख्ती की सिफारिश की है।
बता दें कि समिति की 53वीं बैठक 24 नवम्बर को हुई थी जिसके बाद समिति ने बैठक में विचार-विमर्श के आधार पर कोरोना की दूसरी लहर के रोकथाम के उपायों पर सलाह दी है।
समिति के अनुसार राज्य में जिला और राज्य स्तर पर नए कोरोना मरीजों की बारीकी से निगरानी करके कोविड-19 की दूसरी लहर की प्रारंभिक पहचान की जा सकती है। बैठक में करेंगे चर्चा
पत्रकारों से बात करते हुए स्वास्थ्य मंत्री सुधाकर ने कहा कि तकनीकी सलाहकार समिति की सिफारिशों पर विचार-विमर्श करने के लिए सरकार एक बैठक आहूत करेगी और अंतिम निर्णय लिया जाएगा। रात के कफ्र्यू के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि फिलहाल कोई फैसला नहीं किया गया है। सिफारिशों पर चर्चा के लिए बैठक होनी बाकी है।
मालूम हो कि दिल्ली, हरियाणा, गुजरात, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल, केरल, और अन्य राज्यों में हाल ही कोविड-19 के मामले तेजी से बढ़े हैं। इसलिए संभावित दूसरी लहर के बारे में समिति की सिफारिशों को महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
मालूम हो कि दिल्ली, हरियाणा, गुजरात, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल, केरल, और अन्य राज्यों में हाल ही कोविड-19 के मामले तेजी से बढ़े हैं। इसलिए संभावित दूसरी लहर के बारे में समिति की सिफारिशों को महत्वपूर्ण माना जा रहा है।