बैंगलोर

इसरो के वरिष्ठ वैज्ञानिक ही बनेंगे इन-स्पेस के चेयरमैन!

निदेशक स्तर के तीन वैज्ञानिकों के नाम भेजे गए, केंद्र सरकार करेगी फैसला

बैंगलोरNov 29, 2020 / 07:32 pm

Rajeev Mishra

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बेंगलूरु.
भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रमों में निजी क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए भारतीय राष्ट्रीय अंतरिक्ष संवर्धन एवं प्रमाणीकरण केंद्र (इन-स्पेस) के गठन की प्रक्रिया तेज हो गई है। इसी क्रम में इन-स्पेस के चेयरमैन की नियुक्ति को लेकर तीन शीर्ष वैज्ञानिकों के नाम सामने आए हैं।
विश्वस्त सूत्रों के मुताबिक इसरो के तीन विभिन्न केंद्रों के निदेशकों का नाम इन-स्पेस के चेयरमैन पद के लिए प्रस्तावित किया गया है। इसमें विक्रमसाराभाई अंतरिक्ष केंद्र, तिरुवनंतपुरम (वीएसएससी) के निदेशक एस.सोमनाथ, यूआर राव उपग्रह केंद्र, बेंगलूरु (यूआरएससी) के निदेशक पी.कुन्हीकृष्णन और इसरो जड़त्वीय प्रणाली इकाई (आइआइएसयू) के निदेशक शामदयाल देव शामिल हैं। इन्हीं तीनों नामों में से केंद्र सरकार किसी एक नाम पर मुहर लगा सकती है। एक उच्च पदस्थ सूत्र ने बताया ‘यहीं तीनों वरिष्ठ वैज्ञानिक हैं जिनके नाम केंद्र सरकार के पास भेजे गए हैं। अब यह केंद्र सरकार पर है कि वह किसे चेयरमैन नियुक्त करती है।’ एक अन्य सूत्र ने बताया कि ये नाम दो सप्ताह पहले ही भेजे गए थे।
गौरतलब है कि इन-स्पेस अब आकार लेने लगा है और एक महीने में बोर्ड के ेऑपरेशनल होने की उम्मीद है। इन-स्पेस अंतरिक्ष कार्यक्रमों में निजी क्षेत्र की गतिविधियों को नियंत्रित करेगा। यह एक स्वायत्त संस्था होगी और राष्ट्रीय नोडल एजेंसी के रूप में कार्य करेगी। तकनीकी, कानूनी सुरक्षा, गतिविधि संवर्धन के साथ-साथ निगरानी के लिए इन-स्पेस के अपने निदेशालय होंगे, ताकि वे स्वतंत्र रूप से निर्णय कर सकें। इन-स्पेस का निर्णय इसरो और न्यू स्पेस इंडिया लिमिटेड (एन-सिल) को मान्य होंगे। इन-स्पेस के निदेशक मंडल में सरकारी सदस्यों के अलावा उद्योग एवं शिक्षा जगत के सदस्य शामिल होंगे।

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