politics: असंतुष्टों की संतुष्टि के जतन…
बेंगलूरु. Congress के दो विधायकों के
resignation देने के बाद 13 माह पुरानी जद-एस कांग्रेस गठबंधन सरकार के लिए उत्पन्न गंभीर खतरे को देखते हुए उपमुख्यमंत्री
G. Parmeshwar ने कहा कि कांग्रेस के वरिष्ठ मंत्री असंतुष्ट विधायकों को मंत्री बनाने के लिए मंत्री पद छोडऩे को तैयार हैं।
परमेश्वर ने मंगलवार को
Tumkuru में संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि कांग्रेस के दो MLA आनंद सिंह व रमेश जारकीहोली के विधानसभा की
membership से त्यागपत्र देने के कारणों की कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस के दोनों ही विधायक
BJP के प्रदेश नेताओं के साथ निरंतर संपर्क में हैं। लेकिन, भाजपा के कुछ विधायक पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष BS Yeddiyurappa
के नेतृत्व से खुश नहीं हैं और वे कांग्रेस के contact में हैं।
दरअसल, परमेश्वर के इस Statement को भाजपा को दी गई Warning के तौर पर देखा जा रहा है कि यदि भाजपा कांग्रेस के विधायकों को तोड़ती है तो वे भी भाजपा के विधायकों को तोडऩे की कोशिश करेंगे। हालांकि उन्होंने यह कहते हुए इस बारे में विवरण देने से इनकार कर दिया कि कोई भी सत्तारूढ़ पार्टी विपक्षी दलों के किसी भी कदम से निपटने के लिए अपनी ही रणनीति बनाकर रखती है। उन्होंने कहा कि भाजपा के नेता बार बार Operation lotus में अपना हाथ जला चुके हैं। अब उन्होंने आपरेशन कमल को कर्नाटक से दिल्ली शिफ्ट कर दिया है और कांग्रेस को दो विधायकों को त्यागपत्र दिलाने में सफल रहे हैं।
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coalition government से बड़ी गलती होने के आनंद सिंह के आरोप पर परमेश्वर ने कहा कि यदि सिंह को इस पर कोई आपत्ति है तो उनको अपनी नजरिया Cabinet उपसमिति के समक्ष पेश करना चाहिए था। काग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष
dinesh gundurao के कांग्रेस के सारथी की भूमिका निभाने में विफल रहने के आरोपों की तरफ ध्यान दिलाने पर उन्होंने कहा कि आलाकमान ने उनको समर्थ जानकर अध्यक्ष बनाया है। वे प्रभावी तरीके से ही काम कर रहे हैं।