मुख्य अतिथि दिनेश गुंडुराव ने कहा कि एक संगठन को चलाने के लिए निष्ठावान कार्यकर्ताओं के साथ प्रेम एवं विश्वास होना जरूरी है। प्रवासियों के सभी संगठनों में यह मौजूद है। ऐसे संगठनों से हमारे स्थानीय लोगों को भी बहुत सीखने को मिलता है। डॉ. वारसिंह दहिया ने कहा कि समाज को व्यवसाय के साथ-साथ शिक्षा पर भी ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि बालिका शिक्षा आज की विशेष जरूरत है। समाज में सद्भाव एवं सहयोगी की भावना से कुरितियों का भी निराकरण होना चाहिए। विभिन्न चढ़ावों के लाभार्थी परिवारों का संघ की ओर से सम्मान किया गया। आगामी वार्षिकोत्सव के चढ़ावे बोले गए, जिसमें समाज के लोगों ने बढ़चढक़र हिस्सा लिया। इस अवसर पर समाज के मेधावी विद्यार्थियों का सम्मान किया गया। इस अवसर पर राजस्थान राजपूत समाज हैदराबाद के पूर्व अध्यक्ष अभयसिंह दहिया, चेन्नई के पूर्व अध्यक्ष हड़मतसिंह दहिया, मुम्बई के अध्यक्ष भोपसिंह दहिया, अहमदाबाद के सचिव मदनसिंह राठौड़, सूरत के अध्यक्ष रणजीतसिंह दहिया सहित आन्ध्रप्रदेश, तमिलनाडु, तेलंगाना, गुजराज, कर्नाटक, महाराष्ट्र सहित कई प्रदेशों के शहरों से प्रतिनिधि अतिथि के रूप में उपस्थित हुए। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोग सिर पर केसरिया साफा एवं महिलाएं पारंपरिक राजस्थानी वेशभूषा में पहुंची। सचिव जब्बरसिंह दहिया ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन मदनसिंह चौहान ने किया। कार्यक्रम में उपाध्यक्ष खुशालसिंह राठौड़, सह कोषाध्यक्ष किशोरसिंह चौहान, सह सचिव चन्दनसिंह परमार मौजूद रहे।