मंच अध्यक्ष सौरभ जवानपुरिया ने बताया कि समझौते के अनुसार ब्लड बैंक से जरुरतमंदों को रक्त उपलब्ध करवाया जाएगा। बेंगलूरु अध्यक्ष सचिन पांड्या ने सहयोग के लिए सभी का आभार प्रकट किया। इस मौके पर सुरेश मोदी, संजय जजोदिया, सुरेश पारीख, रिना मित्तल, नितेश टिबरेवाल आदि उपस्थित रहे। प्रांतीय महामंत्री सुशील बंसल ने धन्यवाद दिया।
बुधवार का संबंध बुद्धि से
बेंगलूरु. राजाजीनगर स्थानक में साध्वी संयमलता ने सभा में अंग्रेजी वर्णमाला के ओ अक्षर पर चर्चा करते हुए कहा कि ओघा जीव रक्षा का अनमोल साधन है। उन्होंने कहा कि ओघा जैन धर्म का ध्वज है। इसके साथ में रहने से साधु रूप की पहचान होती है। जैन धर्म का गौरव बढ़ता है। साध्वी अमितप्रज्ञा ने कहा कि बुधवार का संबंध बुद्धि से है। बुद्धि के बल पर सब कुछ पाया जा सकता है। दोपहर में महिला शिविर का आयोजन हुआ। गुरुवार को भगवान वासुपूज्य स्वामी का अनुष्ठान होगा।
तपस्वी सुमन का अभिनंदन
बेंगलूरु. तेरापंथ सभा बेंगलूरु के तत्वावधान में गांधीनगर सभा भवन में साध्वी कंचनप्रभा, साध्वी मंजूरेखा के सान्निध्य में तप अभिनंदन समारोह हुआ। धर्मसभा में सुमन धोका को मासखमण तप का प्रत्याख्यान कराते हुए साध्वी कंचनप्रभा ने कहा कि जब अन्दर से मन विरक्त होता है, आत्म कल्याण का भाव जागृत होता है तब तपस्या का रंग खिलता है।
साध्वी मंजूरेखा, साध्वी उदितप्रभा, साध्वी निर्भयप्रभा, साध्वी चेलना ने गीत का संगान किया। तेयुप, महिला मंडल, परिजन नीता गादिया, पुष्पा पवित्रा सेठिया, प्रीति सकलेचा, पवन संचेती ने तपस्वी को बधाई दी। माणकचंद संचेती ने साध्वी प्रमुख के संदेश का, तेयुप अध्यक्ष सुनील बाबेल ने अभिनंदन पत्र का वाचन किया। सभी संघीय पदाधिकारीयों ने तप अभिनन्दन पत्र एवं साहित्य भेंट कर तपस्वी का सम्मान किया। अणुव्रत समिति के अध्यक्ष कन्हैयालाल चिप्पड़ ने बहुमान किया। मंत्री प्रकाश लोढ़ा ने संचालन किया।