सोलह कलाओं की वर्षा करता है शरद पूर्णिमा का चांद
बैंगलोरPublished: Oct 13, 2019 06:05:56 pm
धर्मसभा में बोली साध्वी प्रतिभाश्री
सोलह कलाओं की वर्षा करता है शरद पूर्णिमा का चांद
बेंगलूरु. साध्वी प्रतिभाश्री ने कहा कि शरद पूर्णिमा पर 8 वें तीर्थंकर भगवान चंद्रप्रभु के जाप करवाएं। आज के दिन शरद पूर्णिमा का चांद अपनी सोलह कलाओं को पूर्ण कर अमृत की वर्षा करते हैं। चंद्रमा की शीतलता, चंद्रमा की चांदनी चंद्र पूजन और आराधना से लक्ष्मी और कुबेर की कृपा होती है। मनोबल वृद्धि, स्मरण शक्ति वृद्धि, ग्रह बाधा निवारण, दरिद्रता का निवारण होता है। साथ ही चंद्रप्रभु की यक्षी मां इच्छा पूर्ण मां ज्वालामालिनी अपनी सभी शक्तियों के साथ भगवान की भक्ति कर जिनेंद्र प्रभु के भक्तों को रोग, शोक, दरिद्र का नाश करती है। और सुख समृद्धि प्रदान करती हैं। साध्वी ने कहा कि प्रवर्तक गुरुदेव रमेश मुनि के अस्वस्थता के कारण दलोदा मंदसौर में सागारी संस्था करवाया, उनके सुख शांति एवं आरोग्य लाभ प्राप्ति के लिए महामंत्र नवकार का जाप किया गया।
साध्वी दीक्षिताश्री ने कहा कि श्रीपाल चरित्र का नवकार महामंत्र अनंत बहुमूल्य संभावनाओं का पुण्ज है। वह आनंद का आजस्त्र स्त्रोत्र है। यह सर्वभौम व संप्रदायातीत है। इस मंत्र का जाप करना गहरी डुबकी लगाते हुए अड़सठ तीर्थों में स्नान करना है। नवपद की इस विधि के द्वारा हम जान सकते हैं मनन करते रहे, घोट दे रहे। अपने आप को पारदर्शी बनाना है, तो इन पदों में अपने आप को डाल दो। पूरी तरह डूब जाना ही इस मंत्र की सार्थकता है।
धर्मसभा का संचालन संघ अध्यक्ष मीठालाल मकाना ने किया। उन्होंने बताया कि सोमवार को संघ के मंत्री प्रकाश चंद बम के निवास पर सुबह 7.15 बजे आगम यात्रा बहुमान रैली रवाना होकर विल्सन गार्डन स्थानक में प्रवेश करेगी।