शिवकुमार ने शुक्रवार को मंड्या जिले के श्रीरंगपट्टण स्थित हैदर अली और टीपू सुल्तान की मजार पर हाजिरी देने के बाद कहा कि आलाकमान ने उन्हें प्रदेश अध्यक्ष पद संभालने के लिए कहा था, लेकिन उन्होंने ही यह जिम्मेदारी लेने से इनकार किया था। अब वे सभी जिलों का दौरा कर संगठन को मजबूत बनाएंगे, इसी बीच समय निकाल कर उप चुनाव में प्रचार भी करेंगे।
जेल से रिहाई के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं और उनके समर्थकों ने दुआ की, इसके लिए वे आभारी हैं। राज्य के कई लोग उनसे भेंट करना चाहते हैं, इसलिए वे दौरा करने निकले हैं। वे पार्टी के किसी दूसरे नेता पर हावी होने के लिए ऐसा नहीं कर रहे हैं। वे और सिद्धरामय्या के अलावा सभी नेता तथा कार्यकर्ता पार्टी के लिए काम करते हैं। अगले माह उप चुनाव में किसी एक के नेतृत्व में सफलता संभव नहीं है, यह सामूहिक नेतृत्व से होगा।
पार्टी में गुटबाजी नहीं
शिवकुमार ने कहा कि कांग्रेस में कोई भी गुट नहीं है और सभी मतभेद दूर किए गए हैं। उनसे जद-एस के विधायक डीसी तम्मण्णा और अन्य विधायकों ने सौजन्य मुलाकात की है। इसको लेकर प्रमुखता देने की जरूरत नहीं है। उनके संबंध भाजपा के कई मंत्रियों और नेताओं से भी हैं। इसका अर्थ यह नहीं कि ये नेता भी कांग्रेस में शामिल होंगे। उन्होंने किसी को कांग्रेस में शामिल होने का न्योता नहीं दिया।
अयोग्य विधायकों को सबक सिखाने की जरूरत
शिवकुमार ने कहा कि किसी भी अयोग्य विधायक को कांग्रेस में शामिल नहीं किया जाएगा। इन पूर्व विधायकों को सबक सिखाने की जरूरत है। उन्होंने यह भी कहा कि वे कनकपुरा में सरकारी मेडिकल कॉलेज निर्मित करवाकर ही दम लेंगे। मुख्यमंत्री बीएस येडियूरप्पा सरकारी मेडिकल कॉलेज चिकबल्लापुर के लिए मंजूर करके द्वेष की राजनीति कर रहे हैं।