कांग्रेस के रणनीतिकार हैं शिव
शिवकुमार की रणनीति के कारण कांग्रेस १४ साल के लंबे अंतराल के बाद बल्लारी सीट भाजपा से छीनने में सफल रही थी। तेलंगाना में गुटों में बंटे पार्टी संगठन के कारण समन्वय, कोर, प्रचार के अलावा आधे दर्जन अन्य समितियां बन चुकी कांग्रेस ने अब यह विशेष समिति बनाई है। यह समिति नाराज और असंतुष्ट नेताओंं से बात कर उनकी नाराजगी दूर करने की कोशिश करेगी। पुदुचेरी के मुख्यमंत्री वी नारायण सामी की अध्यक्ष वाली इस समिति में शिवकुमार के अलावा पुदुचेरी के स्वास्थ्य मंत्री एम कृष्णा राव भी हैं। इस समिति को मुख्य कार्य यह सुनिश्चित करना है कि टिकट नहीं मिलने के कारण कोई असंतुष्ट नेता बागी बनकर मैदान में ना उतरे और पार्टी की संभावनाओं को नुकसान पहुंचाए।
शिवकुमार की रणनीति के कारण कांग्रेस १४ साल के लंबे अंतराल के बाद बल्लारी सीट भाजपा से छीनने में सफल रही थी। तेलंगाना में गुटों में बंटे पार्टी संगठन के कारण समन्वय, कोर, प्रचार के अलावा आधे दर्जन अन्य समितियां बन चुकी कांग्रेस ने अब यह विशेष समिति बनाई है। यह समिति नाराज और असंतुष्ट नेताओंं से बात कर उनकी नाराजगी दूर करने की कोशिश करेगी। पुदुचेरी के मुख्यमंत्री वी नारायण सामी की अध्यक्ष वाली इस समिति में शिवकुमार के अलावा पुदुचेरी के स्वास्थ्य मंत्री एम कृष्णा राव भी हैं। इस समिति को मुख्य कार्य यह सुनिश्चित करना है कि टिकट नहीं मिलने के कारण कोई असंतुष्ट नेता बागी बनकर मैदान में ना उतरे और पार्टी की संभावनाओं को नुकसान पहुंचाए।
नेताओं के अनुभव का उपयोग कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य सैयद नासिर हुसैन ने कहा कि हम इन नेताओं के अनुभव और विशेषज्ञता का उपयोग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हर पार्टी चुनाव के समय ऐसे हालात का सामना करती है जब जीत ही लक्ष्य होता है। हालांकि, भाजपा ने कांग्रेस के इस फैसले पर तंज करते हुए कहा कि शिवकुमार का जादू तेलंगाना में नहीं चलेगा क्योंकि वहां की राजनीति का परिदृश्य पूरी तरह अलग है। प्रदेश भाजपा के वरिष्ठ नेता एस प्रकाश ने कहा कि कर्नाटक में शिवकुमार को राजनीतिक हालात के कारण ज्यादा प्रचार मिल गया, जहां कांग्रेस को सत्ता उनकी रणनीति से ज्यादा जद-एस जैसी छोटी पार्टी के सामने आत्मसमर्पण करने से मिला।