बता दें कि महाराष्ट्र के जलाशयों से पानी छोड़े जाने और बारिश के कारण भीमा नदी कई दिनों तक उफनती रही, जिससे जिले के कई गांव जलमग्न हो गए। भीमा नदी में बाढ़ के कारण विजयपुर, कलबुर्गी, यादगीर, रायचूर जिलों में भारी नुकसान हुआ है। फसलें तबाह हो गई हैं और हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
विधानसभा में हो चर्चा सिध्दरामय्या ने राज्य में बाढ़ की विभीषिका पर चर्चा के लिए विधानसभा का सत्र बुलाने की भी मांग की है। उन्होंने कहा कि राज्य में बाढ़ के कारण किसानों के मकान ढह गए हैं और मवेशी भी मर गए हैं। किसानों की परेशानी पर चर्चा के लिए तत्काल विधानसभा का सत्र बुलाने की जरूरत है।