हाल में मैसूरु दौरे पर पहुंचे सिद्धरामय्या ने फिर एक बार अधिवक्ता बनने की मंशा व्यक्त करने के साथ मैसूरु बार काउंसिल की सदस्यता के लिए फिर आवेदन देने का फैसला किया है। हाल में सिद्धरामय्या ने कांग्रेस विधायक दल का अध्यक्ष पद तथा नेता प्रतिपक्ष का पद विभाजित नहीं करते हुए इन दोनों पदों पर दावेदारी पेश की थी।
लेकिन इस मांग को लेकर कांग्रेस के मूल नेताओं का विरोध देखते हुए सिद्धरामय्या ने अब सक्रिय राजनीति से निवृत्त होने के संकेत देते हुए फिर एक बार अधिवक्ता बनने की तैयारियां शुरू कर दी है।
उपचुनाव में कांग्रेस की करारी हार के पश्चात नेता प्रतिपक्ष पद से त्यागपत्र देने का फैसला वापस लेने पर किसी कांग्रेस नेता का दबाव नहीं आने से भी सिद्भरामय्या पार्टी आलाकमान से नाराज चल रहें है।