सिद्धाचल स्थूलभद्रधाम में ध्वजारोहण
बैंगलोरPublished: Jun 07, 2019 11:39:10 pm
श्रद्धा और भक्ति के माहौल में जयकारों की गूंज
सिद्धाचल स्थूलभद्रधाम में ध्वजारोहण
बेंगलूरु. सिद्धाचल स्थूलभद्र धाम में मुख्य दादा की टुंक, मोतीशा 52 जिनालय एवं लब्धि दादावाड़ी का ध्वजारोहण आचार्य चन्द्रयशसूरिश्वर एवं प्रवर्तक कलापूर्ण विजय की निश्रा में श्रद्धा और भक्ति के माहौल में उल्लासपूर्वक सम्पन्न हुआ। उत्सव में बड़ी संख्या में मौजूद श्रद्धालुओं ने जयकारों से आसमान गूंजा दिया।
प्रात: जय तलेटी से यात्रा के बाद ध्वजारोहण उत्सव शुरू हुआ। इस अवसर पर आचार्य चन्द्रयशसूरिश्वर ने कहा कि परमात्मा में अमंगल को मंगल करने की ताकत है। परमात्मा ही आरोग्यदाता, वृद्धिदाता, ऋद्धिदाता है। हम पदार्थों के पीछे भागते हैं। यह व्यर्थ है। प्रभु अनंत शक्ति के स्वामी है। हमें प्रभु की शरण में जाना होगा। तभी शुभ प्रेरणा का संचार होगा। प्रवर्तक कलापूर्ण विजय ने भी सम्बोधित किया। कार्यक्रम में स्थानीय और कर्नाटक के श्रद्धालुओं के साथ ही पालड़ी-वासणा कांकरेज जैन मित्र मण्डल अहमदाबाद के 500 सदस्यों के संघ ने भी शिरकत की। मुख्य जिनालय की ध्वजा का लाभ फूलचंद करबावाला और मनोरथमल वेदमूथा परिवार ने लिया। मोतीशा 52 जिनालय में ध्वजारोहण का लाभ मोहनीबाई देवराज खांटेड़ परिवार ने लिया। इस अवसर पर पालड़ी-वासणा कांकरेज जैन मित्र मण्डल अहमदाबाद के संघ के लाभार्थी परिवार का बहुमान किया। कांकरेज मित्र मण्डल के प्रमुख अल्केश जवेरी ने ट्रस्ट मण्डल का आभार व्यक्त किया। सुरेन्द्र भाई, अश्विनभाई और तुषारभाई ने विधि विधान से पूजन करवाया। प्रतीक गेमावत ने संगीत प्रस्तुति दी।