उपचुनाव में हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए सिद्धरामय्या ने पार्टी विधायक दल के नेता पद से इस्तीफा देने की घोषणा कर दी। कांग्रेस को उम्मीद थी कि सिद्धरामय्या को नेता विपक्ष बनाने से उपचुनाव में फायदा मिलेगा लेकिन सोमवार को आए परिणाम कांग्रेस की उम्मीदों के बिल्कुल विपरीत रहे। कांग्रेस सिर्फ दो सीटें ही जीत पाई। कांग्रेस को उम्मीद थी कि उसके आधे दर्जन से ज्यादा सीटें मिलेगी और वह एक बार फिर जद-एस के साथ गठबंधन कर सत्ता में आ सकती है।
उधर, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दिनेश गुंडूराव ने भी हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए पद से इस्तीफा दे दिया। कांग्रेस आलाकमान ने लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद प्रदेश कांग्रेस समिति को भंग कर दिया था लेकिन दिनेश पद पर बने हुए थे।
उधर, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दिनेश गुंडूराव ने भी हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए पद से इस्तीफा दे दिया। कांग्रेस आलाकमान ने लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद प्रदेश कांग्रेस समिति को भंग कर दिया था लेकिन दिनेश पद पर बने हुए थे।