कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सिद्धरामय्या ने कहा कि संघ और हिंदू महासभा ने अंग्रेजों का समर्थन किया था और कभी भी स्वतंत्रता आंदोलन में शामिल नहीं हुए। सिद्धरामय्या ने कहा कि 100 में से 90 मामलों में आरोपी सबूतों के अभाव में बरी हो जाते हैं। सिद्धू ने तंज करते हुए कहा कि वे अब सावरकर को भारत रत्न देना चाहते हैं। फिर इस देश के साथ क्या होगा। इसीलिए किसी ने कहा कि उन्हें नाथूराम गोडसे को भी भारत रत्न दे देना चाहिए।
सिद्धू को टिप्पणी करने का अधिकार नहीं : सुनील कुमार
उडुपी में विधानसभा में सत्तारुढ़ भाजपा के सचेतक वी. सुनील कुमार ने कहा कि सिद्धरामय्या को सावरकर जैसे महापुरुष के खिलाफ टिप्पणी करने का नैतिक अधिकार नहीं है। सिद्धरामय्या सावरकर के पैरों की धूल के समान भी नहीं हैं। उन्होंने कहा कि सिद्धरामय्या को सावरकर के त्याग और बलिदान की कोई जानकारी नहीं है। ब्रिटिश शासनकाल में दो बार उम्र कैद की सजा पानेवाले वे देश के एकमात्र सेनानी थे। उन्होंने कहा कि केवल कांग्रेस नेतृत्व को खुश करने के लिए सिद्धरामय्या ने सावरकर के खिलाफ टिप्पणी की है।
उडुपी में विधानसभा में सत्तारुढ़ भाजपा के सचेतक वी. सुनील कुमार ने कहा कि सिद्धरामय्या को सावरकर जैसे महापुरुष के खिलाफ टिप्पणी करने का नैतिक अधिकार नहीं है। सिद्धरामय्या सावरकर के पैरों की धूल के समान भी नहीं हैं। उन्होंने कहा कि सिद्धरामय्या को सावरकर के त्याग और बलिदान की कोई जानकारी नहीं है। ब्रिटिश शासनकाल में दो बार उम्र कैद की सजा पानेवाले वे देश के एकमात्र सेनानी थे। उन्होंने कहा कि केवल कांग्रेस नेतृत्व को खुश करने के लिए सिद्धरामय्या ने सावरकर के खिलाफ टिप्पणी की है।