मां की भक्ति भजन करने के बाद पाप उतर जाता है-डॉ.वसंतविजय
बैंगलोरPublished: Sep 28, 2022 09:06:46 pm
धर्मसभा का आयोजन
मां की भक्ति भजन करने के बाद पाप उतर जाता है-डॉ.वसंतविजय
कृष्णगिरी. पाश्र्व पद्मावती शक्तिपीठ में बुधवार को “लक्ष्यप्राप्ति नवरात्र महोत्सव 2022” के तहत तीसरे दिन देवी भागवत कथा महापुराण में पीठाधिपति डॉ.वसंतविजय ने कहा कि सांसारिक जीवन में रहने वाले प्रत्येक व्यक्ति में अनेक अपूर्णताएं होती हंै, मां की भक्ति ही उन्हें पूर्ण कर सकती है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार एक दवा लेने से सिरदर्द व बुखार उतर जाता है वैसे ही मां की भक्ति भजन करने के बाद पाप उतर जाता है। भजन भक्ति की शक्ति अशुभता को समाप्त कर देती है। आदिशक्ति जगतजननी राजराजेश्वरी देवी मां पद्मावती को शुक्रवार पंचमी पर 30 सितम्बर को 1008 प्रकार के व्यंजन नैवेद्य भोग प्रसाद अर्पण किए जाएंगे। डॉ.वसंतविजय ने मार्कंडेय ऋषि के चरित्र प्रसंग का उल्लेख करते हुए कहा कि दुख, बीमारी, पीड़ा की बजाए सदैव अपने जन्म समय की शुभता की संकल्पना के साथ अच्छा, आनंद में, सुखी रहने और खुश रहने की बातों को याद करते रहना चाहिए। इस अवसर पर विधिवत रूप से बटुक, कन्या व सुहागिन पूजन किया गया। साथ ही इस मौके पर उपस्थित श्रद्वालुओं में प्रत्येक व्यक्ति की राशि के अनुसार उन्हें उनके मंत्र जाप की जानकारी दी। इससे पूर्व प्रति दिन की भांति प्रात: के सत्र में मां का हजारों लीटर दूध से दुग्धाभिषेक हुआ। शाम को मां पद्मावती की प्रसन्नता के लिए हवन यज्ञ में आहुतियां दी गई तथा रात्रि में हजारों दीपों से मां की सामूहिक महाआरती की गई। मुंबई के कलाकार राजीव नायक सहित दिल्ली के अनेक कलाकारों ने भगवान गणेश व मां के अनेक रूपों की नृत्य संगीतमय नवरात्रि विशेष झांकी प्रस्तुत की।