डॉ. राय ने कहा कि उद्योग क्षेत्र के लिए साइबर सुरक्षा का खतरा कोई नया नहीं हैं, लेकिन कई नए किस्म के निर्माण एवं सेवा संगठनों के लिए ये खतरा पहले से कहीं अधिक गंभीर हो रहा है। डिजिटल परिवर्तन की वर्तमान स्थिति, नई उभरती प्रौद्योगिकियों और दुनिया भर में डिजिटल इंटरकनेक्टेड के साथ साइबर सुरक्षा के खतरों में काफी वृद्धि हुई है।
कर्नाटक आइटी, बीटी एवं एसएंडटी विभाग के प्रधान सचिव गौरव गुप्ता ने साइबर सुरक्षा को एकीकृत करने के लिए राज्य सरकार के दृष्टिकोण, प्राथमिकताओं और उठाए गए कदमों की रूपरेखा बताई, जिसे राज्य के साइबर स्पेस पारिस्थितिक तंत्र द्वारा डिजाइन किया गया है। एचपी इंटरप्राइजेज भारत के उपाध्यक्ष संजय मुजो ने कहा कि डिजिटल बिजनेस अभूतपूर्व दर से बढ़ रहा है और इसी तरह से संबंधित साइबर सुरक्षा जोखिम भी बढ़ता जा रहा है, जिसमें विनिर्माण क्षेत्र में 40 प्रतिशत साइबर हमले होते हैं और इनमें 90 प्रतिशत डेटा चोरी और उल्लंघनों से संबंधित मामले होते हैं।
न्यूक्लियस सॉफ्टवेयर और पोलारिस फाइनेंशियल टेक्नोलॉजी के संस्थापक योगेश एंडले ने साइबर हमलों और उनके प्रभाव के केस स्टडी पेश किए। उन्होंने कहा कि साइबर चुनौतियों से व्यापार व्यवधान एक अनिवार्य घटना है, लेकिन इसके लिए हमें जागरूक और तैयार रहना होगा, क्योंकि साइबर अपराध के खिलाफ लड़ाई का यही पहला कदम है। आइसीटी के सह-अध्यक्ष एवं फिक्की डिजिटल इकॉनोमी समिति के अम्बरीश बकाया ने कहा कि फिक्की साइबर सुरक्षा के इस एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए उद्योग और सरकार के साथ सहयोग करने और काम करने के लिए तैयार है।