पारिवारिक शांति के लिए सामूहिक मंत्र साधना का महत्व बताते हुए वीतराग मंत्रों के अनुष्ठान की प्रेरणा देते हुए कहा इससे जीवन में किसी प्रकार के अनिष्ट का प्रवेश नहीं होता है। मुनि सुधाकर ने कहा कि जीवन में प्राण शक्ति का बहुत महत्व है। हमारा शारीरिक मानसिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य प्राण शक्ति पर निर्भर है मंत्र साधना से प्राण शक्ति बलवान होती है जिससे जीवन में सही दिशा और दशा का निर्माण होता है। मुनि ने जप शब्द की व्याख्या करते हुए कहा जन्मों जन्म के पापों का जिससे नाश होता है उसे ही जाप कहा जाता है। इस अवसर पर मुनि ने विभिन्न आध्यात्मिक मंत्रों के साथ अभिनव अनुष्ठान करवाया।