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आईटी-बीटी मंत्री डॉ. सीएन अश्वथ नारायण ने दी जानकारी.. विशेष निवेश क्षेत्रों के विकास के लिए सीएम से करेंगे जल्द चर्चा

locationबैंगलोरPublished: Oct 04, 2022 12:16:55 am

Submitted by:

Satish Sharma

आईटी-बीटी मंत्री डॉ. सीएन अश्वथ नारायण ने कहा कि हुब्बल्ली-धारवाड़ क्लस्टर समेत पूरे राज्य में उद्योगों को विकसित करने के उद्देश्य से विशेष निवेश क्षेत्र को तीव्र गति से विकसित करने के लिए जल्द ही मुख्यमंत्री से चर्चा की जाएगी।

आईटी-बीटी मंत्री डॉ. सीएन अश्वथ नारायण ने दी जानकारी.. विशेष निवेश क्षेत्रों के विकास के लिए सीएम से करेंगे जल्द चर्चा

आईटी-बीटी मंत्री डॉ. सीएन अश्वथ नारायण ने दी जानकारी.. विशेष निवेश क्षेत्रों के विकास के लिए सीएम से करेंगे जल्द चर्चा

हुब्बल्ली. आईटी-बीटी मंत्री डॉ. सीएन अश्वथ नारायण ने कहा कि हुब्बल्ली-धारवाड़ क्लस्टर समेत पूरे राज्य में उद्योगों को विकसित करने के उद्देश्य से विशेष निवेश क्षेत्र को तीव्र गति से विकसित करने के लिए जल्द ही मुख्यमंत्री से चर्चा की जाएगी। इसके अलावा, इस हिस्से के बेलगावी में 150 करोड़ रुपए की लागत में ग्लोबल इमर्जिंग टेक्नोलॉजी डिज़ाइन सेंटर स्थापित किया जाएगा। इस संबंध में इच्छुक पक्षों से आवेदन आह्वानित किए गए हैं।
बेंगलूरु प्रौद्योगिकी शिखर सम्मेलन की प्रस्तावना के रूप में सोमवार को यहां आयोजित बियोंड बेंगलूरु टेकसेलरेशन औद्योगिक सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए मंत्री अश्वत्थनारायण ने कहा कि हुब्बल्ली-धारवाड़ और बेलगावी के क्लस्टर में 500 एकड़ क्षेत्र में भारत का पहला इलेक्ट्रिक वाहन क्लस्टर और नवाचार केंद्र स्थापित करने के साथ 20,000 लोगों को रोजगार देने वाले टेक पार्क के विकास के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। यहां उद्योगों को बसाने की खातिर हुब्बल्ली क्लस्टर सीड फंड के लिए 25 करोड़ रुपए उपलब्ध किए जाएंगे। धारवाड़ में स्थापित आईआईटी और आईआईआईटी निस्संदेह उत्तर कर्नाटक के आर्थिक, औद्योगिक और शैक्षिक विकास के प्रवेश द्वार हैं। इसी प्रकार बेलगावी में मुख्यालय वाले विश्वेश्वरय्या टेक्निकल विश्वविद्यालय को भी व्यापक उन्नयन करने की प्रक्रिया शुरू की गई है। एक दो साल में इसके सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे।
उन्होंने कहा कि कर्नाटक स्टार्टअप हब के तहत 5 हजार इनोवेशन को विश्वस्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर मुहैया कराया जाएगा। पहले ही 400 स्टार्टअप को समर्थन किया गया है इस वित्तीय वर्ष के अंत तक और 400 को मदद दी जाएगी।
कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी, चीनी मंत्री शंकरपाटील मुनेनकोप्प, विधायक एवं पूर्व मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टर, विधायक अरविंद बेल्लद, विधान परिषद सदस्य संकनूर, केडीईएम के प्रमुख बीवी नायडु, सीईओ संजीव गुप्ता, आईटी विभाग की निदेशक मीना नागराज, वेंचर कैपिटलिस्ट रवींद्र कृष्णप्पा, नासकॉम कर्नाटक के प्रमुख भास्कर वर्मा, जितेंद्र चड्डा, किंडराल इंडिया के प्रमुख लिंगराज साहूकार, उमाकांत सोनी आदि उपस्थित थे।
डेटा और डिजिटलीकरण महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे
मंत्री ने कहा कि आज कृषि से लेकर नुक्कड़ व्यापार तक हर चीज में डेटा और डिजिटलीकरण महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। इसके अलावा साइबर सुरक्षा जैसे आधुनिक क्षेत्रों पर जोर दिया जा रहा है।
अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के उद्यमियों को भी नए व्यवसाय स्थापित करने के लिए हर संभव सहायता दी जा रही है। आगामी 3 वर्षों में राज्य में 300 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था हासिल करने के लिए समान विकास महत्वपूर्ण है।
5 उत्कृष्टता केंद्र भी स्थापित किए जाएंग
अश्वत्थनारायण ने कहा कि इंजीनियरिंग और विनिर्माण को बढ़ावा देने के लिए सार्वजनिक-निजी भागीदारी में 10 हजार वर्ग फुट का प्लग-इन-प्ले उद्योग स्थापित किया जाएगा। इसके साथ ही 5 उत्कृष्टता केंद्र भी स्थापित किए जाएंगे। इनके माध्यम से प्रशिक्षण, अनुसंधान एवं विकास तथा उद्यमिता को बढ़ावा दिया जाएगा।
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