scriptकर्नाटक में कोविड के दीर्घकालिक प्रभावों पर शोध के लिए बनेगी तकनीकी समिति | Special technical committee to study long-term effects of Covid-19 | Patrika News
बैंगलोर

कर्नाटक में कोविड के दीर्घकालिक प्रभावों पर शोध के लिए बनेगी तकनीकी समिति

स्वस्थ हो चुके लोगों को आगे चलकर अन्य स्वास्थ्य समस्याएं न हों इसके लिए भी समिति रणनीति बनाएगी। इससे चिकित्सा समुदाय को आगे के उपचार में सुधार लाने में मदद मिलेगी।

बैंगलोरSep 21, 2020 / 07:48 pm

Nikhil Kumar

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बेंगलूरु. कर्नाटक स्वास्थ्य विभाग कोरोना वायरस संक्रमण से उबरने वाले लोगों में इसके दीर्घकालिक प्रभावों (Special technical committee to study long-term effects of Covid-19 in Karnataka) का अध्ययन करेगा। इसके लिए चिकित्सकों की उच्च स्तरीय एक विशेष तकनीकी समिति का गठन होगा।

चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. के. सुधाकर ने बताया कि हल्के और गंभीर लक्षण के साथ अन्य बीमारियों से पीडि़त कोविड के उन मरीजों को अध्ययन में शामिल किया जाएगा, जो अब ठीक हो चुके हैं। स्वस्थ हो चुके लोगों को आगे चलकर अन्य स्वास्थ्य समस्याएं न हों इसके लिए भी समिति रणनीति बनाएगी। इससे चिकित्सा समुदाय को आगे के उपचार में सुधार लाने में मदद मिलेगी।

कर्नाटक में सोमवार को कोविड-19 के 7,339 नए मरीजों की पुष्टि हुई। 9,925 मरीज संक्रमण मुक्त हुए। प्रदेश में अब तक कोविड के 5,26,876 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें से 4,23,377 मरीजों ने कोरोना वायरस से जिंदगी की जंग जीती है। 95,335 मरीज अब भी उपचाराधीन हैं। कोविड से कुल 8,145 मरीजों की मौत हुई है। स्वास्थ्य विभाग ने सोमवार को 122 मौतों की पुष्टि की। बेंगलूरु शहर में 259, धारवाड़ जिले में 93, बल्लारी जिले में 70 और हासन जिले में 62 सहित प्रदेश में कुल 809 मरीज आइसीयू में भर्ती हैं। सोमवार तक प्रदेश में मृत्यु दर 1.54 फीसदी और रिकवरी दर 80.35 फीसदी रही।

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