अध्यात्म की शक्ति सर्वश्रेष्ठ है-साध्वी भव्यगुणाश्री
बैंगलोरPublished: Jan 21, 2022 08:08:25 am
धर्मसभा का आयोजन
अध्यात्म की शक्ति सर्वश्रेष्ठ है-साध्वी भव्यगुणाश्री
बेंगलूरु. चंद्रप्रभ स्वामी जैन श्वेताम्बर मूर्ति पूजक संघ ओसबन रोड में विराजित साध्वी भव्यगुणाश्री व साध्वी शीतलगुणाश्री ने अपने धर्म संदेश में कहा कि दुनिया में तीन प्रकार की प्रमुख शक्तियां है। धन की शक्ति, सत्ता, अध्यात्म की शक्ति, जिसके पास एक भी शक्ति है तो वह अपने लक्ष्य तक पहुंच सकता है। साध्वी भव्यगुणाश्री ने कहा कि तीनों में अध्यात्म की शक्ति सर्वश्रेष्ठ है, परम की शक्ति है। अध्यात्म साधना के लिए सद्भावना, नैतिकता नशामुक्ति की साधना जरूरी है। उन्होंने कहा कि वह प्रत्येक प्राणी के भीतर सद्भाव होना चाहिए सद्भाव से प्रेम वात्सल्य, सौहार्द, मैत्री का विकास होता है। जहां मैत्री का फूल विकसित होता है वहां शांति का साम्राज्य स्थापित होता है। जहां मलीनता है, घृणा है वहां शांति का दीपक बुझ जाता है। साध्वी शीतलगुणाश्री ने कहा कि हर पल हर क्षण अच्छे भाव में रहना चाहिए, अंतिम समय मे जैसा-भाव होता है वैसी ही अगली गति का बंधन हो जाता है। अच्छे भाव से सकारात्मक चिन्तन का विकास होता है, जागृति का शंखनाद बजता है। उन्होंने आगे कहा-नैतिकता अध्यात्म की पृष्ठभूमि है नैतिकता संजीवनी बूंटी है। हम कोई भी कार्य करे ईमानदारी से करे बेईमानी से दूर रहें। जो दूसरो को ठगता है उसकी आत्मा का नुकसान होता है। शांति का जीवन जी नहीं सकता। नशा नाश का द्वार है व्यक्ति को अभक्ष्य पदार्थों से बचना चाहिए। मोहनलाल बोहरा ने बताया कि साध्वी शनिवार को सुबह विहार करके सिंधी कॉलोनी पहुंचेंगी। इंदरचंद बोहरा ने बताया कि चंद्रप्रभ स्वामी जिनालय ध्वजारोहण का कार्यक्रम हषोल्लास से सम्पन्न हुआ।