सरकारी आदेश में कहा गया है कि इस दौरान किसी भी मनोरंजन कार्यक्रम का आयोजन नहीं किया जाएगा और सभी सरकारी इमारतों पर राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा। बता दें कि कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से दिल्ली के एम्स में बुधवार को उनका निधन हो गया था। उन्हें 11 सितंबर को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 65 वर्षीय अंगड़ी के परिवार में उनकी पत्नी और दो बेटियां हैं।
ऐसा रहा जीवन
बेलगावी के कोप्पा गांव में 1 जून, 1955 को एक लिंगायत परिवार में सोमवा और चन्नबसप्पा के घर जन्मे अंगड़ी ने एसएसएस समिति कॉलेज ऑफ कॉमर्स से अपनी स्नातक की पढ़ाई की। उन्होंने बेलगावी के राजा लखमण गौड़ा लॉ कॉलेज से कानून में स्नातक की डिग्री प्राप्त की।
युवावस्था में ही आरएसएस से जुडऩे के बाद अंगड़ी का राजनीतिक करियर भाजपा के बेलगावी जिला उपाध्यक्ष के रूप में शुरू हुआ। वर्ष 2004 में जब उन्हें लोकसभा का उम्मीदवार बनाया गया तब तक वह पार्टी को जिला उपाध्यक्ष ही थे। राजनीति के मैदान में उन्होंने कभी पराजय का मुंह नहीं देखा और वर्ष 2004, 2009, 2014 और 2019 में भी विजयी रहे।
बेलगावी के कोप्पा गांव में 1 जून, 1955 को एक लिंगायत परिवार में सोमवा और चन्नबसप्पा के घर जन्मे अंगड़ी ने एसएसएस समिति कॉलेज ऑफ कॉमर्स से अपनी स्नातक की पढ़ाई की। उन्होंने बेलगावी के राजा लखमण गौड़ा लॉ कॉलेज से कानून में स्नातक की डिग्री प्राप्त की।
युवावस्था में ही आरएसएस से जुडऩे के बाद अंगड़ी का राजनीतिक करियर भाजपा के बेलगावी जिला उपाध्यक्ष के रूप में शुरू हुआ। वर्ष 2004 में जब उन्हें लोकसभा का उम्मीदवार बनाया गया तब तक वह पार्टी को जिला उपाध्यक्ष ही थे। राजनीति के मैदान में उन्होंने कभी पराजय का मुंह नहीं देखा और वर्ष 2004, 2009, 2014 और 2019 में भी विजयी रहे।