बैंगलोरPublished: Sep 16, 2023 12:06:15 am
Sanjay Kumar Kareer
याचिकाकर्ताओं ने सुब्बम्मा और उनकी बेटी आशा द्वारा दर्ज की गई शिकायत के आधार पर 10 सितंबर को अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम, 1989 और भारतीय दंड संहिता के विभिन्न प्रावधानों के तहत एफआईआर दर्ज करने की वैधता पर सवाल उठाया था।