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बैंगलोर

दो लाख नहीं, 4500 घरों में अब तक अंधेरा

राज्य सरकार ने खारिज किया केंद्र का दावा
जल्दी ही बाकी घरों में बिजली पहुंचाने का लक्ष्य

बैंगलोरDec 10, 2018 / 09:01 pm

Rajendra Vyas

electricity

दो लाख नहीं, 4500 घरों में अब तक अंधेरा

बेंगलूरु. राज्य सरकार ने केंद्र के उस दावे को खारिज किया है, जिसमें यह कहा गया है कि उत्तर प्रदेश और असम की तरह विद्युतीकरण में कर्नाटक की स्थिति सबसे खराब है और अभी भी दो लाख घरों तक बिजली नहीं पहुंचाई गई है।
ऊर्जा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव पी. रवि कुमार ने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से दी गई जानकारी गलत है। हाल ही में प्रधानमंत्री सौभाग्य योजना के तहत आंकड़े जारी किए थे, जिसमें कहा गया कि उत्तर प्रदेश और असम के बाद विद्युतीकरण में कर्नाटक सबसे पीछे है। इस योजना के तहत देश के हर घर तक बिजली पहुंचाने का लक्ष्य है।
रवि कुमार ने कहा कि केंद्र का यह आंकड़ा पुराना और गलत है। केंद्र सरकार ने 2011 की जनगणना के आंकड़े लिए हैं। दो लाख घरों में बिजली नहीं होने का आधार डाक सेवाओं द्वारा एकत्रित किए गए नमूने हैं। लेकिन, अब राज्य सरकार के पास अद्यतन एवं पुख्ता जानकारी है। अब उत्तर कन्नड़ और कोड़ुगू के ही कुछ घरों तक बिजली नहीं पहुंच पाई है। ऐसे लगभग 4500 घर हैं। अगर संभव हुआ तो राज्य सरकार इसी साल तक अंत तक इन घरों तक बिजली पहुंचा देगी। पिछले साल चामराजनगर और बेलगावी जिले के लगभग 29 गांव थे, जहां बिजली नहीं पहुंची थी। लेकिन, अब उन्हें कनेक्शन दिया जा चुका है।
उन्होंने कहा कि कोड़ुगू में अब नए सिरे से बिजली कनेक्शन देना होगा क्योंकि बाढ़ की तबाही के कारण लोगों की परिसंपत्तियां नष्ट हो गई हैं। जो लोग बेघर हो गए हैं, उनके लिए सरकार की ओर से मकान बनावाए जा रहे हैं। उन्हें बिजली पहुंचाना होगा। एक बार पुनर्वास का काम पूरा हो जाए तो बिजली पहुंंचाने का काम शुरू हो जाएगा।
ऊर्जा विभाग के सूत्रों के अनुसार केंद्रीय ऊर्जा विभाग ने 2 लाख घरों में बिजली नहीं होने का आंकड़ा राज्य सरकार से परामर्श के बिना जारी किया है। राज्य में मार्च 2015 तक 12 लाख 56 हजार 592 ऐसे मकान थे, जहां बिजली नहीं पहुंची थी। लेकिन, उसके बाद घरेलू और वाणिज्यिक उद्देश्यों की पूर्ति के लिए 24 घंटे बिजली पहुंचाने की कई योजनाएं शुरू की गईं। होसा बेळकू योजना के तहत सभी घरों को एलईडी बल्ब पहुंचाया गया तो सवि किरण योजना के तहत तुरंत बिजली कनेक्शन दिए गए। पहले लोगों को यह पता नहीं था कि बिजली कनेक्शन के लिए किससे संपर्क करें या कैसे उनके घर बिजली आएगी। लेकिन, अब लोगों के पास यह सुविधा है कि अगर बिजली नहीं है तो वह सीधे संपर्क कर सकते हैं। इन तमाम प्रयासों से बिजली कनेक्शन बढ़ा है।

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