जहां एक दिन पहले शहर के दक्षिणी इलाके में बादल खूब बरसे वहीं बुधवार शाम शहर के उत्तरी और पश्चिमी इलाके मूसलाधार बारिश का दौर रहा। बृहद बेंगलूरु महानगरपालिका (बीबीएमपी) के नियंत्रण कक्ष में 25 से अधिक पेड़ों के गिरने की सूचना अकेले मलेश्वरम से प्राप्त हुई। आपदा निगरानी केंद्र की ओर से मिली जानकारी के अनुसार रात 10 बजे तक मलेश्वरम और आसपास के इलाकों में 20 से 21 मिमी बारिश दर्ज की गई। मलेश्वरम के व्यस्ततम सैंकी रोड, संपीगे रोड, एमइएस कॉलेज रोड और 14 वें क्रॉस रोड आदि में पेड़ जड़ से उखड़कर गिरे। इसके अलावा संजयनगर, गांधीनगर, शेषाद्रीपुरम, जेपी नगर दूसरे फेज, राजाजीनगर, जालहल्ली, जयनगर चौथे ब्लॉक, मारीगौड़ा रोड आदि में भी पेड़ों के गिरने की खबर है।
बुधवार शाम हवाओं की गति भी पिछले दो दिनों की अपेक्षा अधिक तेज थी। मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार हवा की रफ्तार 62 से 75 किमी प्रति घंटे थी। मलेश्वरम स्थित संपीगे रोड में फंसे लोगों ने पेड़ों और उसकी टहनियों को टूटकर गिरते देखा। एक प्रत्यक्षदर्शी ने कहा कि पेड़ों को गिरता देश वे भौंचक्के रह गए। बीबीएमपी अधिकारियों ने बताया कि इससे कुछ बाइक और ऑटो रिक्शा क्षतिग्रस्त हो गए।
बेस्कॉम अधिकारियों के मुताबिक एक दिन पहले हुई बारिश में उसके क्षेत्राधिकार में 2६2 बिजली के खंभे टूट गए और 349 स्थानों पर बिजली आपूर्ति बाधित हुई। अकेले बेंगलूरु में 140 बिजली के खंभे टूटे थे और सबसे अधिक दक्षिणी बेंगलूरु में 59 खंभे क्षतिग्रस्त हुए। बेंगलूरु उत्तर में ३३, पूर्व में २६ और बेंगलूरु पश्चिम में २२ बिजली के खंभे टूटे। वहीं, तूमकुरु में 93 बिजली खंभों के क्षतिग्रस्त होने की खबर है। बुधवार को भी 21 जगहों पर बिजली के खंभे टूटने की खबर थी जबकि 21 स्थानों पर बिजली गुल हुई। मलेश्वरम में 5 स्थानों पर बिजली के खंभे गिरे और 15 स्थानों पर बिजली आपूर्ति बाधित हुई।