दक्षिण कन्नड़ जिले में बेलतंगडी तहसील के पेरला, पोसोडी, मारियाडी, बंगेरड्या, बंडीहोले गांव में लोग नेटवर्क की समस्या के चलते मोबाइल का उपयोग तक नहीं कर पाते हैं। सिग्नल प्राप्त करने के लिए इन गांव के लोगों को किसी ऊंची जगह पर जाना पड़ता है। इन गांवों में विद्यार्थियों की संख्या 400 से अधिक है।
इस इलाके में मोबाइल टॉवर स्थापित करने से इस समस्या का समाधान हो सकता है लेकिन पिछले 12 साल से इस मांग पर किसी ने ध्यान नहीं दिया है। नेटवर्क की समस्या से परेशान छात्रों ने आखिरकार ऑनलाइन कक्षा के लिए यहां के छात्रों ने पहाड़ी पर एक टेंट लगाकर अस्थाई इंमजाम किया है। यह विद्यार्थी वनक्षेत्र में तीन-चार किलोमीटर की दूरी तय कर पहाड़ की चोटी पर पहुंचते हैं। वहां मोबाइल के सिग्नल मिलने लगते हैं। तब विद्यार्थी वहीं बैठकर ऑनलाइन कक्षा में भाग लेते हैं।
समय पर चिकित्सा नहीं मिलने से सफाई कर्मचारी की मौत बेंगलूरु. एक सफाई कर्मचारी की शनिवार रात कई अस्पताल चक्कर लगाने के बावजूद इलाज नहीं होने के कारण मौत हो गई।बताया जा रहा है कि शनिवार रात सांस लेने में तकलीफ होने के कारण पुलकेशीनगर वार्ड निवासी 48 वर्षीय मृतक के परिजनों ने उसका इलाज कराने के लिए कई अस्पतालों के चक्कर काट। शहर के बाहरी क्षेत्र देवनहल्ली के एक अस्पताल ले जाते समय मरीज ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया।
उधर, बृहद बेंगलूरु महानगर पालिका (बीबीएमपी) के कोविड वार रूम का डैशबोर्ड पर नगर में 200 से अधिक बेड तथा वेंटिलेटर उपलब्धता दर्शा रहा था। लेकिन इसके बावजूद कहीं भी वेंटिलेटर नहीं मिलने से मरीज के परिजनों ने आक्रोश व्यक्त किया है।