इसके पहले सभी छात्र केआर पुरम रेलवे स्टेशन पर एकत्र हुए थे जहां से उन्हें बस के जरिए रेलवे स्टेशन लाया गया। हालांकि ट्रेन को सुबह 11 बजे रवाना होना था लेकिन थर्मल स्क्रीनिंग के कारण देरी हुई और ट्रेन 90 मिनट की देरी से रवाना हुई। यात्रियों को कोरोना वायरस के लक्षणों से मुक्त होने का मेडिकल सर्टिफिकेट दिया गया।
रेलवे के अधिकारी ने बताया कि प्रत्येक कोच में यात्रा के दौरान शारीरिक दूरी सुनिश्चित करने के लिए केवल 54 यात्रियों को अनुमति दी गई थी। मास्क पहनना और हाथों को साफ करना अनिवार्य किया गया। यात्रियों को भोजन के पैकेट भी दिए गए।
बता दें कि गृह मंत्रालय ने लॉकडाउन को दो सप्ताह तक बढ़ाने का आदेश जारी किया था और विशेष ट्रेनों द्वारा विभिन्न स्थानों पर फंसे प्रवासी श्रमिकों, पर्यटकों, छात्रों और अन्य व्यक्तियों की आवाजाही की अनुमति दी थी।