पूरा विश्व जैन धर्म में व्याख्यायित अनेकांत को सहारा मानता है। नशामुक्त जीवन सद्भावना तथा अहिंसा यह जैन जैनत्व का गौरव है। अहिंसा यात्रा के जरिए जन जीवन को जीने का नया आधार दिया है।
लाखों लोग उनके सान्निध्य में पहुंचकर नया जीवन प्राप्त कर रहे हैं। साध्वी निर्भय प्रभा तथा चेलनाश्री भी इस अवसर पर उपस्थित थीं। — खुशहाली की कामना के साथ जातरा महोत्सव पूर्ण
मंड्या. श्रीरंगपट्टण-बन्नूर रोड स्थित अरवटकोप्पल गांव के शिव मंदिर परिसर में गोवर्धन पूजा के दिन शुरू हुआ दस दिवसीय जातरा महोत्सव रविवार को संपन्न हुआ।
जातरा महोत्सव में जिलभर सें आए किसानों ने बैलों की पूजा कर सुख समृद्धि व खुशहाली की कामना की। लोगों ने जमकर खरीदारी की। बैलों की प्रतियोगिता में हष्ट पुष्ट व तगड़े बैल रखने वाले किसानों को देवस्थान संघ ने सम्मानित किया। तमिलनाडु के व्यापारी कृष्णा ने कहा कि इस बार व्यापार अच्छा चला। किसान मरिगौड़ा ने कहा कि अब बैलों की कीमत नहीं रही।