करीब १४८ किलोमीटर लंबी उपनगरीय रेल परियोजना के चार कॉरिडोर होंगे। इनमें केएसआर बेंगलूरु सिटी स्टेशन -देवनहल्ली, बैयप्पनहल्ली-चिकबाणावर, केंगेरी-छावनी-वाइटफील्ड और हीलीगे-राजनकुंटे कॉरिडोर शामिल हैं। पिछले सप्ताह संसद में पेश आम बजट में इस परियोजना पर संभावित व्यय १८,६०० करोड़ बताया गया है। रेलवे बोर्ड के अनुमोदन के बावजूद अभी परियोजना केंद्रीय मंत्रिमंडल की आर्थिक समिति से मंजूरी मिलनी बाकी है। इस मंजूरी के बाद ही परियोजना पर काम शुरू हो पाएगा।
ऐसे होगा धन का इंतजाम
उपनगरीय रेल पर आम बजट के मुताबिक १८,६२१ करोड़ रुपए व्यय होने का अनुमान है। इस राशि की व्यवस्था २०:२०:६० के अनुपात में होगी। केंद्र और राज्य सरकार समान रुप से २० फीसदी यानी २९५३.५० करोड़ रुपए राशि देगी। के-राइड विभिन्न ऋणदाता एजेंसियों से ८८६० करोड़ रुपए जुटाएगी जबकि बाकी ३८५४ करोड़ रुपए रेलवे मंत्रालय और राज्य सरकार विभिन्न स्त्रोतों से जुटाएंगे।
उपनगरीय रेल पर आम बजट के मुताबिक १८,६२१ करोड़ रुपए व्यय होने का अनुमान है। इस राशि की व्यवस्था २०:२०:६० के अनुपात में होगी। केंद्र और राज्य सरकार समान रुप से २० फीसदी यानी २९५३.५० करोड़ रुपए राशि देगी। के-राइड विभिन्न ऋणदाता एजेंसियों से ८८६० करोड़ रुपए जुटाएगी जबकि बाकी ३८५४ करोड़ रुपए रेलवे मंत्रालय और राज्य सरकार विभिन्न स्त्रोतों से जुटाएंगे।
प्राथमिकता उपनगरीय रेल में केआइए खंड को
के-राइड के अधिकारियों के मुताबिक प्रस्तावित चार कॉरिडोर में सिटी रेलवे स्टेशन से केआइए को जोडऩे वाले खंड को प्राथमिकता के आधार पर पहले पूरा किया जाएगा। मंजूरी मिलने के तीन साल के अंदर इसका काम पूरा हो जाएगा। १५ अगस्त २०२२ तक इस खंड परिचालन शुरू करने का लक्ष्य है। इस खंड के निर्माण पर ५१२७ करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान है। अधिकारियों का कहना है कि ट्रेन हवाई अड्डे के टर्मिनल से जुड़ेगा इसलिए इस लाइन का काम पूरा होने से हवाई अड्डा आने जाने वाले यात्रियों को काफी राहत मिलेगी। पिछले साल ही करीब ३.३६ करोड़ यात्रियों ने केआइए का उपयोग किया। ट्रेन से हवाई अड्डा पहुंचने में करीब ४५ मिनट लगेगा। रोजाना करीब एक लाख कार शहर से हवाई अड्डे की ओर जाते हैं। प्रस्तावित लाइन बरास्ता सिटी रेलवे स्टेशन, यशवंतपुर, कोडिगेहल्ली, यलहंका और ट्रंपपेट फ्लाई ओवर होते हुए देवनहल्ली पहुंचेगी।
सेवा : सुबह ५ से रात १२ तक परिचालन
अधिकारियों के मुताबिक उपनगरीय रेल की सेवा सुबह ५ से रात १२ बजे तक उपलब्ध होगी। उपनगरीय रेल के तहत ५७ स्टेशन प्रस्तावित हैं जिनमें २१ एलिवेटेड हैं। उपनगरीय रेल सेवा के सभी कोच वातानुकूलित होंगे। अधिकारियों के मुताबिक उपनगरीय रेल में करीब १० लाख लोगों के सफर करने का अनुमान है। परियोजना के लिए ५८३ एकड़ भूमि की आवश्यकता है। इसमें से १०३ एकड़ निजी भूमि को अवाप्त किया जाना है जबकि ३२७ एकड़ भूमि रेलवे और १५३ एकड़ राज्य सरकार की है। के-राइड का अनुमान है कि पहले ही साल से उपनगरीय रेल सेवा परचिालन लाभ की स्थिति में होगा।
के-राइड के अधिकारियों के मुताबिक प्रस्तावित चार कॉरिडोर में सिटी रेलवे स्टेशन से केआइए को जोडऩे वाले खंड को प्राथमिकता के आधार पर पहले पूरा किया जाएगा। मंजूरी मिलने के तीन साल के अंदर इसका काम पूरा हो जाएगा। १५ अगस्त २०२२ तक इस खंड परिचालन शुरू करने का लक्ष्य है। इस खंड के निर्माण पर ५१२७ करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान है। अधिकारियों का कहना है कि ट्रेन हवाई अड्डे के टर्मिनल से जुड़ेगा इसलिए इस लाइन का काम पूरा होने से हवाई अड्डा आने जाने वाले यात्रियों को काफी राहत मिलेगी। पिछले साल ही करीब ३.३६ करोड़ यात्रियों ने केआइए का उपयोग किया। ट्रेन से हवाई अड्डा पहुंचने में करीब ४५ मिनट लगेगा। रोजाना करीब एक लाख कार शहर से हवाई अड्डे की ओर जाते हैं। प्रस्तावित लाइन बरास्ता सिटी रेलवे स्टेशन, यशवंतपुर, कोडिगेहल्ली, यलहंका और ट्रंपपेट फ्लाई ओवर होते हुए देवनहल्ली पहुंचेगी।
सेवा : सुबह ५ से रात १२ तक परिचालन
अधिकारियों के मुताबिक उपनगरीय रेल की सेवा सुबह ५ से रात १२ बजे तक उपलब्ध होगी। उपनगरीय रेल के तहत ५७ स्टेशन प्रस्तावित हैं जिनमें २१ एलिवेटेड हैं। उपनगरीय रेल सेवा के सभी कोच वातानुकूलित होंगे। अधिकारियों के मुताबिक उपनगरीय रेल में करीब १० लाख लोगों के सफर करने का अनुमान है। परियोजना के लिए ५८३ एकड़ भूमि की आवश्यकता है। इसमें से १०३ एकड़ निजी भूमि को अवाप्त किया जाना है जबकि ३२७ एकड़ भूमि रेलवे और १५३ एकड़ राज्य सरकार की है। के-राइड का अनुमान है कि पहले ही साल से उपनगरीय रेल सेवा परचिालन लाभ की स्थिति में होगा।
मेट्रो का परिचालन २०२४ तक संभव
शहर को केआइए से जोडऩे वाला नम्मा मेट्रो के बाहरी रिंग रोड (ओआरआर) खंड को अभी सरकार से मंजूरी मिलनी बाकी है। करीब १०,५८४ करोड़ रुपए की लागत वाले रेशम बोर्ड जंक्शन-केआर पुरम-केआइए खंड पर वर्ष २०२४ में परिचालन प्रारंभ होने की संभावना है। मेट्रो रेल निगम ने पिछले महीने रेशम बोर्ड-केआर पुरम खंड के लिए निविदा आमंत्रित की थी जबकि केआर पुरम-केआइए खंड के लिए इस महीने निविदा आमंत्रित किए जाने की संभावना है।
शहर को केआइए से जोडऩे वाला नम्मा मेट्रो के बाहरी रिंग रोड (ओआरआर) खंड को अभी सरकार से मंजूरी मिलनी बाकी है। करीब १०,५८४ करोड़ रुपए की लागत वाले रेशम बोर्ड जंक्शन-केआर पुरम-केआइए खंड पर वर्ष २०२४ में परिचालन प्रारंभ होने की संभावना है। मेट्रो रेल निगम ने पिछले महीने रेशम बोर्ड-केआर पुरम खंड के लिए निविदा आमंत्रित की थी जबकि केआर पुरम-केआइए खंड के लिए इस महीने निविदा आमंत्रित किए जाने की संभावना है।