दपरे ने विद्युतीकरण लक्ष्य 28 को ही पूरा किया
ट्रेनों की गति बढऩे की है संभावना
बैंगलोर
Updated: March 29, 2022 07:58:43 am
बेंगलूरु. दक्षिण पश्चिम रेलवे ने वर्तमान वित्तीय वर्ष के लिए निर्धारित लक्ष्य 459 किलोमीटर विद्युतीकरण के विरुद्ध 511.7 किलोमीटर रेल नेटवर्क का 28 मार्च तक विद्युतीकरण कर कीर्तिमान बनाया है। दपरे ने वर्ष 2020-2021 में 476.7 रेल नेटवर्क का विद्युतीकरण किया था। रेलवे वर्ष 2030 तक देशभर में कार्बन उत्सर्जन शून्य करने की दिशा में सभी रेल पथ का युद्धस्तर पर विद्युतीकरण कर रहा है।
दपरे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी अनीष हेगड़े ने बताया कि मार्च 2022 के दौरान विद्युतीकरण के बाद दक्षिण पश्चिम रेलवे ने यलहंका-चिक्कबल्लापुर (45 किलोमीटर), तुमकुरु-निट्टूरु (27 किलोमीटर), सिवाड़ी-ओमलूरु (44 किलोमीटर),होसदुर्गा-चिक्कजाजूर (30 किलोमीटर), अलनावर-अंबेवाड़ी (26 किलोमीटर) गदग-होलेअलूर (48 किलोमीटर) कुड़ची-घाटप्रभा (47 किलोमीटर) और लोंडा-टिनईघाट (11 किलोमीटर) रेलवे रूट का विद्युतीकरण किया गया है।
महाप्रबंधक संजीव किशोर ने कहा कि लक्ष्य हासिल करने और उससे आगे निकलने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। उन्होंने कहा कि रेल मंडलों और संचालन और विद्युत विभागों के बीच आपसी समन्वय और सहयोग से बिजली के बुनियादी ढांचे को खड़ा करने के लिए लाइन-ब्लॉक की समय पर उपलब्धता को सक्षम किया। उन्होंने दपरे में विद्युतीकरण के कार्य मेें लगी एजेन्सियों कोर, आरवीएनएल और पीजीसीआईएल के उत्कृष्ट प्रयासों के लिए आभार जताया। विद्युतीकरण के पूरा होने के साथ दक्षिण पश्चिम रेलवे मार्ग के अधिकांश भाग के लिए विद्युत इंजन के साथ अधिक संख्या में ट्रेनें चलाएगा, जिससे दैनिक आधार पर डीजल की खपत में काफी कमी आने की उम्मीद है। इससे न केवल डीजल और जीवाश्म ईंधन पर निर्भरता कम होगी। बल्कि लाइन क्षमता में भी वृद्धि होगी और ट्रेनों की गति में सुधार होगा जिससे समयपालन में सुधार होगा। दपरे में अब 3566 किलोमीटर रेल मार्ग विद्युतीकृत हो चुका है।

दपरे ने विद्युतीकरण लक्ष्य 28 को ही पूरा किया
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