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नम्मा मेट्रो: दिल्ली मेट्रो से पहुंची विशेषज्ञों की टीम, प्रभावित खंड पर घटी रफ्तार

locationबैंगलोरPublished: Dec 16, 2018 01:05:46 am

Submitted by:

Rajendra Vyas

अगले सप्ताहांत बंद रह सकता है पर्पल लाइन पर परिचालन

Namma Metro

नम्मा मेट्रो: दिल्ली मेट्रो से पहुंची विशेषज्ञों की टीम, प्रभावित खंड पर घटी रफ्तार

मेट्रो रेल निगम का दावा, संरचना की मजबूती और सुरक्षा पर चिंता न करें
खंभे में उभरे दरारनुमा खोखले का मरम्मत कार्य युद्धस्तर पर
बेंगलूरु. ट्रिनिटी मेट्रो स्टेशन के पास मेट्रो खंभा संख्या 155 के एक बीम में दरारनुमा खोखला उभरने के बाद बेंगलूरु मेट्रो रेल निगम लिमिटेड (बीएमआरसीएल) ने दावा किया है कि नम्मा मेट्रो संरचना पूरी तरह से मजबूत है और नागरिकों को सुरक्षा को लेकर किसी प्रकार का संशय रखने की जरूरत नहीं है। इस बीच, दिल्ली मेट्रो रेल के विशेषज्ञों की टीम बीएमआरसीएल के प्रबंधक निदेशक अजय सेठ ने शुक्रवार को कहा कि मेट्रो में यात्रा करना पूरी तरह से सुरक्षित है और यात्रियों को सुरक्षा को लेकर किसी प्रकार की चिंता करने की कोई आवश्यकता नहीं है। प्रभावित बीम की मरम्मत का कार्य युद्धस्तर पर शुरू किया गया है और मेट्रो परिचालन एवं सुरक्षा को लेकर सभी प्रकार के एहतियात बरते जा रहे हैं। गौरतलब है कि निरीक्षण के दौरान मेट्रो अधिकारियों को बैयप्पनहल्ली-मैसूरु रोड मेट्रो खंड (पर्पल लाइन) में ट्रिनिटी मेट्रो स्टेशन के पास एक बीम के क्षतिग्रस्त होने का पता चला। बीएमआरसीएल ने 12 दिसम्बर को क्षतिग्रस्त भाग की मरम्मत प्रक्रिया शुरू की जिस कारण सुबह के समय मेट्रो परिचालन प्रभावित हुआ। क्षतिग्रस्त भाग की स्थिति को लेकर अस्पष्टता होने के कारण मेट्रो की सुरक्षा पर भी सवाल उठने लगे। सेठ ने कहा कि नियमित निरीक्षण के दौरान मेट्रो इंजीनियरों को प्रभावित भाग का पता चला, जिसके तुरंत बाद हमने मरम्मत कार्य आरंभ किया। क्षतिग्रस्त बीम वाले हिस्से को अस्थायी सहारा दिया गया है, लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि मेट्रो संरचना कमजोर है और परिचालन के लिए असुरक्षित है। उन्होंने कहा कि प्रभावित हिस्से के मरम्मत के लिए कार्य योजना तैयार है। हम देश के शीर्ष अनुभवी विशेषज्ञों से सुझाव ले रहे हैं और हमारे इंजीनियरों की टीम समस्या का समाधान करने के लिए लगातार काम कर रहे हैं।
रात में होगा मरम्मत कार्य
मेट्रो सेवा को प्रभावित रखे बगैर और सड़क यातायात में किसी प्रकार की परेशानी न आए इस कारण मरम्मत कार्य का ज्यादातर काम रात के समय किया जाएगा। सेठ ने कहा कि मरम्मत कार्य में दो से तीन दिनों का समय लगेगा, लेकिन इसे पूरी तरह से व्यवस्थित करने में दस दिनों तक का समय लग सकता है। सप्ताहांत पर मेट्रो परिचालन बंद रखने के सवाल पर उन्होंने कहा कि इस सप्ताहांत पर ऐसी कोई योजना नहीं है, लेकिन मरम्मत कार्य की स्थिति को देखते हुए अगले सप्ताह शनिवार और रविवार को प्रभावित खंड में मेट्रो सेवाएं रोकी जा सकती हैं। इस कारण इंदिरा नगर और बैयप्पनहल्ली तथा एमजी रोड से मैसूरु रोड के बीच मेट्रो परिचालन हो सकता है। एमजी रोड से इंदिरा नगर के बीच के लिए फीडर बस सेवाएं मुहैया कराई जा सकती हैं। हालंाकि परिचालन बंद करने पर अब तक कोई निर्णय नहीं लिया गया है।
नपेंगे लापरवाही के जिम्मेदार
हजारों करोड़ रुपए की मेट्रो संरचना में महज छह वर्ष के बाद ही दरार किस लापरवाही के कारण हुई है? इस सवाल पर सेठ ने कहा कि फिलहाल हमारा पूरा ध्यान प्रभावित हिस्से के मरम्मत पर है। मरम्मत कार्य पूरा होने के बाद इसकी जांच की जाएगी कि किसकी गैरजिम्मेदारी के कारण निर्माण गुणवत्ता प्रभावित हुई।
G. parmeshwar
रिपोर्ट के बाद होगी जांच : परमेश्वर
बेंगलूरु. उपमुख्यमंत्री जी परमेश्वर ने कहा कि यदि प्रारंभिक जांच में यह पाया गया कि गुणवत्ताहीन काम के कारण मेट्रो खंभे में दरार हुआ है तो राज्य सरकार पूरे मामले की जांच कराएगी। उन्होंने कहा कि बीएमआरसीएल यह सुनिश्चित कर रहा है कि निर्माण प्रक्रिया में कोई भ्रष्टाचार नहीं हुआ हो। मेट्रो रेल की सुरक्षा को लेकर नागरिकों के भय को दूर करने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि भारतीय विज्ञान संस्थान के प्रोफेसर श्रीनिवास ने ट्रिनिटी स्टेशन पर प्रभावित खंभे का निरीक्षण किया है। जल्द ही विस्तृत जांच रिपोर्ट आ जाएगी जिसके बाद आगे की प्रक्रिया तय की जाएगी।
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