प्रचार प्रसार नहीं होने से तीन वार्डो का शिविर होते हुए भी बमुश्किल एक दर्जन लोग ही शिविर में पहुंचे। दो दिनों में एक कार्य ही हुआ। प्रभारी सचिव के हाथो केम्प में पट्टा दिलाने की योजना थी। कार्य की प्रगति नहीं होने के चलते बाद में सचिव का आना रद्द हो गया। पट्टा धारी को धौलपुर ले जाकर सचिव के हाथो पट्टा दिलाया गया।
प्रभारी सचिव के आने की सूचना पर शिविर में पंडाल और मेज कुर्सी लगाई गई। सड़क पर गड्डो को अस्थायी रूप से ट्रेक्टर ट्रॉलियां द्वारा लायी गई मिटटी से भरा गया।