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राशन कार्डों में अभी भी मौजूद हजारों मृतकों के नाम

locationबैंगलोरPublished: Jan 23, 2020 07:43:05 pm

Submitted by:

Sanjay Kulkarni

राज्य में राशन कार्डों को आधार पहचान पत्र के साथ जोड़ऩे के पश्चात कई खामियां उजागर हो रही हैं। अभी राज्य के केवल 50 फीसदी राशन कार्डों को आधार पहचान पत्र के साथ जोड़ा गया है। ई-केवाईसी प्रक्रिया के दौरान राशन कार्डों में 10 लाख से ज्यादा फर्जी नाम शामिल होने का पता लगा है। ऐसे लोगों के नाम भी हैं जो मर चुके हैं। ऐसे नाम हटाने (डिलेट) का कार्य चल रहा है।

राशन कार्डों में अभी भी मौजूद हजारों मृतकों के नाम

राशन कार्डों में अभी भी मौजूद हजारों मृतकों के नाम

बेंगलूरु. राज्य में राशन कार्डों को आधार पहचान पत्र के साथ जोड़ऩे के पश्चात कई खामियां उजागर हो रही हैं। अभी राज्य के केवल 50 फीसदी राशन कार्डों को आधार पहचान पत्र के साथ जोड़ा गया है। ई-केवाईसी प्रक्रिया के दौरान राशन कार्डों में 10 लाख से ज्यादा फर्जी नाम शामिल होने का पता लगा है। ऐसे लोगों के नाम भी हैं जो मर चुके हैं। ऐसे नाम हटाने (डिलेट) का कार्य चल रहा है। मार्च के अंत तक और ऐसे लाखों फर्जी नाम को राशन कार्ड से निरस्त किया जाएगा।
खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री शशिकला जोळे के अनुसार कई राशन कार्डों में शादी के बाद ससुराल गई महिलाओं तथा मृतकों के 10 लाख से अधिक नाम अभी तक नहीं हटाए गए हैं। ज्यादा मात्रा मे अनाज प्राप्त करने के लिए राशन कार्ड धारकों ने ऐसे नाम नहीं हटवा रहे हैं। इससेे राज्य सरकार को भी नुकसान हो रहा है।
मंत्री ने कहा कि जो उपभोक्ता राशन कार्डों को आधार पहचान पत्रों से नहीं जोड़ते हैं उनके राशन कार्ड पर अनाज वितरण रोका जाएगा। यह प्रक्रिया पूरी होने पर 20 लाख नाम हटाए जाने की संभावना है। इससे खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग को वार्षिक 400 करोड़ रुपए की बचत होगी। अन्न भाग्या योजना के अंतर्गत ऐसे राशन कार्डों पर प्रति व्यक्ति 5 किलो चावल की आपूर्ति की जा रही है। इनमें से कई उपभोक्ता राशन कार्ड पर चावल प्राप्त कर उसे बेच रहे हैं।
राज्य में कुल 1 करोड़ 43 लाख 96 हजार 188 राशन कार्ड वितरित किए गए हैं। इनके माध्यम से 4 करोड़ 78 लाख 33 हजार 221 लोगों को खाद्य एवं आपूर्ति विभाग की ओर से अनाज वितरित किया जा रहा है। वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव तथा 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान आनन-फानन में सैकड़ों बीपीएल राशन कार्ड वितरित किए जाने से मौजूदा हालात पैदा हुए हैं।
उल्लेखनीय है कि राज्य में गरीबी रेखा के नीचे (बीपीएल) जीवन यापन करने वाले परिवारों को वितरित कार्ड की संख्या 1 करोड़ 16 लाख 84 हजार 911 है। वहीं 19 लाख 41 हजार 692 परिवारों के पास गरीबी रेखा के ऊपर (एपीएल) राशन कार्ड हैं। अंत्योदय योजना के अंतर्गत 7 लाख 69 हजार 585 राशनकार्ड वितरित किए गए हैं।
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