ढांचागत परियोजना विकास परियोजनाओं के कारण ‘बागों के शहर’ से कंक्रीट के जंगल में तब्दील हो रहे बेंगलूरु में नम्मा मेट्रो और फ्लाइओवरों के असंख्य खंभे शहर की नैसर्गिक खूबसूरती को लीलते जा रहे हैं। ऐसे में भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) ने बृहद बेंगलूरु महानगर पालिका (बीबीएमपी) सहित कुछ निजी संगठनों के सहयोग से फ्लाइओवर के खंभों को नया रूप देने का काम शुरू किया है।
फ्लाइओवर के कोडिगेहल्ली से जक्कूर के ५ किलोमीटर खंड में प्रत्येक खंभे पर खूबसूरत पेंटिंग कर इसे आकर्षक स्वरूप दिया जा रहा है। हेब्बाल से केआइए तक जाने वाले इस फ्लाइओवर में १०१ खंभे हैं। एनएचएआइ अधिकारियों के अनुसार परियोजना का मकसद फ्लाइओवरों के खंभों को आकर्षक रूप देना है।
बीबीएमपी अधिकारियों का कहना है कि खंभों पर पेंटिंग करने से कई फायदे हैं। एक तो ये आकर्षक हो जाएंगे और दूसरा इन पर न कोई पोस्टर बैनर चिपका सकेंगा और ना ही कोई खंभों के आसपास कचरा फैला सकता है। साथ ही इसे साकार के लिए कोई बड़ा निवेश करने की जरूरत नहीं है। इसी प्रकार की योजना इलेक्ट्रानिक सिटी और तुमकूरु रोड के फ्लाइआवरों के खंभों के लिए भी बनाई गई है। बीबीएमपी के आयुक्त बीएच अनिल कुमार ने कहा कि इस योजना में सहयोग के लिए हमने कॉरपोरेट सेक्टर से अपील की है। साथ ही मेट्रो के खंभों को भी ऐसा ही रूप देने के लिए बीएमआरसीएल से बात की जा रही है।