जोधपुरी लजीज व्यंजन
जोधपुर के लजीज व्यंजनों में गुलाब जामुन, तवापुरी, माखन बड़ा, रबड़ी के लड्डू जैसी मिठाइयां, मखनिया लस्सी, कबूली नमकीन, मिर्ची बड़ा, कचोरी, नरगिसी कोफ्ते आज भी मुंह में पानी ला देते हैं।
यह भी है विशेषता
दो ब्रेड के बीच में मिर्ची बड़ा दबा के खाना यहां का खास ब्रेकफास्ट है। मिठाई की दुकान पर खड़े-खड़े आधा किलो गुलाब जामुन खाते हुए जोधपुर में सहज ही किसी को भी देखा जाना आम है। गर्मी से बचाव के लिए चूने में नील मिला कर घर को पोतने का रिवाज सिर्फ और सिर्फ जोधपुर में ही है। बैंत मार गणगौर जैसा त्योहार सिर्फ जोधपुर में मनाया जाता है, जिसमें पूरी रात सडक़ों पर महिलाओं का राज चलता है। किसी भी काम को सीधे मना करने की आदत किसी भी "जोधपुर वालों" की नहीं होती। यहां फास्ट फूड के नाम पर पिज्जा-बर्गर से ज्यादा मिर्ची बड़ा और प्याज की कचौरी ज्यादा पसंद की जाती है। यहां कहा जाता है कि जोधपुर में अखबारों से भी ज्यादा मिर्ची बड़े के बिक्री होती है। जोधपुर के ऑटोरिक्शा अपनी विशेष साज-सज्जा के लिए दुनिया भर में मशहूर है।
पिछले 31 वर्षों से जोधपुर एसोसिएशन को अशोक व्यास और सज्जनराज मेहता के अलावा अपने संरक्षक धीरेंद्रकुमार सिंघी, पदमराज मेहता, उपाध्यक्ष राजेन्द्रकुमार सिंघी, सहमंत्री, चेतनराज भण्डारी, जितेन्द्र दुगड़, प्रशांत सिंघी तथा कोषाध्यक्ष देवेन्द्र कोठारी का सहयोग मिल रहा है। मेहता ने बताया कि जन्मभूमि जोधपुर से लगाव सदा कायम रहेगा।
मानद मंत्री सज्जनराज मेहता ने बताया कि पूरे देश के जोधपुरियों में ईद के दौरान घटी अप्रिय घटना से शांति एवं सोहाद्र के लिए जाना जाने वाले जोधपुर की प्रतिष्ठ को आघात लगा है। जोधपुरवासी आपसी प्रेम व भाई चारे का जोधपुरियों में जनचेतना जागृत करें। मुख्यमंत्री के नेतृत्व में जोधपुर शांत बना रहे यही कामना करते हैं।
जोधपुर के लजीज व्यंजनों में गुलाब जामुन, तवापुरी, माखन बड़ा, रबड़ी के लड्डू जैसी मिठाइयां, मखनिया लस्सी, कबूली नमकीन, मिर्ची बड़ा, कचोरी, नरगिसी कोफ्ते आज भी मुंह में पानी ला देते हैं।
यह भी है विशेषता
दो ब्रेड के बीच में मिर्ची बड़ा दबा के खाना यहां का खास ब्रेकफास्ट है। मिठाई की दुकान पर खड़े-खड़े आधा किलो गुलाब जामुन खाते हुए जोधपुर में सहज ही किसी को भी देखा जाना आम है। गर्मी से बचाव के लिए चूने में नील मिला कर घर को पोतने का रिवाज सिर्फ और सिर्फ जोधपुर में ही है। बैंत मार गणगौर जैसा त्योहार सिर्फ जोधपुर में मनाया जाता है, जिसमें पूरी रात सडक़ों पर महिलाओं का राज चलता है। किसी भी काम को सीधे मना करने की आदत किसी भी "जोधपुर वालों" की नहीं होती। यहां फास्ट फूड के नाम पर पिज्जा-बर्गर से ज्यादा मिर्ची बड़ा और प्याज की कचौरी ज्यादा पसंद की जाती है। यहां कहा जाता है कि जोधपुर में अखबारों से भी ज्यादा मिर्ची बड़े के बिक्री होती है। जोधपुर के ऑटोरिक्शा अपनी विशेष साज-सज्जा के लिए दुनिया भर में मशहूर है।
पिछले 31 वर्षों से जोधपुर एसोसिएशन को अशोक व्यास और सज्जनराज मेहता के अलावा अपने संरक्षक धीरेंद्रकुमार सिंघी, पदमराज मेहता, उपाध्यक्ष राजेन्द्रकुमार सिंघी, सहमंत्री, चेतनराज भण्डारी, जितेन्द्र दुगड़, प्रशांत सिंघी तथा कोषाध्यक्ष देवेन्द्र कोठारी का सहयोग मिल रहा है। मेहता ने बताया कि जन्मभूमि जोधपुर से लगाव सदा कायम रहेगा।
मानद मंत्री सज्जनराज मेहता ने बताया कि पूरे देश के जोधपुरियों में ईद के दौरान घटी अप्रिय घटना से शांति एवं सोहाद्र के लिए जाना जाने वाले जोधपुर की प्रतिष्ठ को आघात लगा है। जोधपुरवासी आपसी प्रेम व भाई चारे का जोधपुरियों में जनचेतना जागृत करें। मुख्यमंत्री के नेतृत्व में जोधपुर शांत बना रहे यही कामना करते हैं।