बैंगलोर

पुलिस बल का मनोबल गिराने का प्रयास कर रही सरकार

भगवाकरण वाली टिप्पणी पर भडक़ी भाजपा का आरोप, डीके शिवकुमार पर साधा निशाना

बैंगलोरMay 24, 2023 / 10:54 pm

Sanjay Kumar Kareer

बेंगलूरु. पुलिस बल के भगवाकरण वाला बयान देने के बाद से उप मुख्यमंत्री डीके शिवकुमार विपक्ष के निशाने पर आ गए हैं। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बुधवार को सरकार पर पुलिस का ‘मनोबल गिराने’ का आरोप लगाते हुए उपमुख्यमंत्री के बयान पर कड़ी आपत्ति जताई।
सत्ता में आने के बाद पुलिस अधिकारियों के साथ अपनी पहली बैठक में मुख्यमंत्री सिद्धरामय्य़ा ने मंगलवार को चेतावनी दी थी कि अगर राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति बिगड़ती है, तो संबंधित अधिकारियों को इसके लिए जिम्मेदार माना जाएगा। साथ ही कहा था कि सोशल मीडिया के माध्यम से सौहार्द बिगाडऩे वालों के खिलाफ पुलिस कड़ी कार्रवाई करें।
इसी बैठक में उपमुख्यमंत्री शिवकुमार भी मौजूद थे। उन्होंने भाजपा के नेतृत्व वाले पूर्ववर्ती शासन में कुछ घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा था कि नई सरकार पुलिस विभाग का भगवाकरण नहीं होने देगी। भाजपा सरकार के कार्यकाल ें मेंगलूरु, विजयपुर और बागलकोट में कुछ अवसरों पर पुलिसकर्मियों द्वारा भगवा शॉल या पोशाक पहनने की घटनाओं का जिक्र करते हुए उपमुख्यमंत्री ने कहा कि हम अपनी सरकार में पुलिस विभाग का भगवाकरण नहीं होने देंगे।
नई सरकार की अच्छी शुरुआत नही
भाजपा नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने बुधवार को कहा कि शिवकुमार का बयान नयी सरकार के लिए अच्छी शुरुआत नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकारें आती-जाती हैं, लेकिन कानून-व्यवस्था बनाए रखने और अपराध नियंत्रित करने की जिम्मेदारी रखने वाले गृह और पुलिस विभागों को हतोत्साहित करने का कोई प्रयास नहीं किया जाना चाहिए। कल का बयान मनोबल गिराने वाला था। अपने एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए उन्होंने पुलिस पर शक करने की बात कही है।
बोम्मई ने दावा किया कि कर्नाटक पुलिस का न तो कभी भगवाकरण हुआ है और न कभी होगा। इस तरह की सोच कांग्रेस नेताओं का भ्रम मात्र है। भाजपा विधायक बीवाई विजयेंद्र ने सवाल किया कि भगवा देखकर कांग्रेस नेता उत्तेजित क्यों हो जाते हैं? उन्होंने उन्हें याद दिलाया कि यह रंग राष्ट्रीय ध्वज के सबसे ऊपर की पट्टी में होता है। उन्होंने कहा, यह भ्रम है कि प्रशासनिक तंत्र को दबाकर कोई सरकार चला सकता है। प्रशासन चलाने वालों को इसे ध्यान में रखना चाहिए।
शिवकुमार अपने बयान पर कायम
इस बीच, शिवकुमार अपने बयान पर कायम रहे और कहा कि वे भाजपा नेताओं के प्रति जवाबदेह नहीं हैं। विधानसभा चुनावों में भाजपा की हार का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, उनके प्रशासन को देखते हुए, लोगों ने पहले ही जवाब दे दिया है। उन्होंने भाजपा सरकार पर कांग्रेस नेताओं को निशाना बनाने के लिए पुलिस का इस्तेमाल करने का भी आरोप लगाया।
उन्होंने कहा, भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाने के बाद हमारी पार्टी के विधायक एवं प्रवक्ता प्रियंक खरगे (अब मंत्री) को क्यों तलब किया गया। क्या इसलिए कि वह दलित हैं? पुलिस को देश के कानून के अनुसार काम करना होगा।

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