इसके बाद तो टिकट के दावेदारों का उनके निवास पर तांता लग गया। इस की पहले से संभावना के मद्देनजर मुख्यमंत्री सिद्धरामय्या ने रविवार शाम ही मैसूरु जिले के चामुंडेश्वरी तथा वरुणा क्षेत्र के पांच दिवसीय दौरे का कार्यक्रम तय कर लिया था और वे सुबह ही वायुमार्ग से मैसूरु चले गए।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष परमेश्वर के घर पर भी टिकट के दावेदारों का जमघट लगने लगा।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष परमेश्वर के घर पर भी टिकट के दावेदारों का जमघट लगने लगा।
बागलकोट से टिकट के दावेदार डीएच पुजार ने उनसे मुलाकात की और दागी पूर्व मंत्री एचवाई मेटी को टिकट देने पर आक्रोश जताया। नेताओं व उनके समर्थकों का दबाव नहीं झेल पाने पर परमेश्वर भी धूप चढऩे से पहले तुमकूरु जिले के कोरटगेरे में अपने निर्वाचन क्षेत्र में चुनाव प्रचार करने निकल गए।
चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष व ऊर्जा मंत्री डीके शिवकुमार भी रविवार से ही अपने निर्वाचन क्षेत्र कनकपुरा में चुनाव प्रचार कर रहे हैं। उन्होंने भाजपा का टिकट पाने से वंचित रहे मोलकालमूर के विधायक तिप्पेस्वामी के साथ कुछ समय बातचीत की। इसके बाद वे भी कनकपुरा के लिए कूच कर गए।
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चुनाव नहीं लडऩे के फैसले को चुनौती देने की चेतावनी
मंड्या. जिले के मेलकोटे विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लडऩे को उत्सुक एक कांग्रेस नेता ने पार्टी का प्रत्याशी नहीं उतारने के फैसले को अदालत में चुनौती देने की चेतावनी दी है। सोमवार को पार्टी के फैसले के खिलाफ कांग्रेस जिला इकाई के कार्यालय के सामने आनंद ने विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने बताया की अगर पार्टी को इस क्षेत्र में स्वराज्य इंडिया पार्टी के प्रत्याशी दर्शन पुट्टणय्या का समर्थन ही करना था तो इस क्षेत्र के लिए पार्टी ने प्रत्याशियों से आवेदन शुल्क के साथ क्यों आवेदन मंगाए। पार्टी की सूचना के बाद ही कई लोगों ने शुल्क का भुगतान कर आवेदन किए थे। लेकिन पार्टी ने यहां चुनाव नहीं लडऩे का फैसला कर आवेदनकर्ताओं से विश्वासघात किया है। लिहाजा वे पार्टी के इस एकपक्षीय फैसले को अदालत में याचिका दायर करेंगे। उन्होंने कहा कि पार्टी को अगर दर्शन पुटणय्या पर इतना भरोसा है तो दर्शन को कांग्रेस पार्टी में शामिल होने का न्यौता देना चाहिए।
चुनाव नहीं लडऩे के फैसले को चुनौती देने की चेतावनी
मंड्या. जिले के मेलकोटे विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लडऩे को उत्सुक एक कांग्रेस नेता ने पार्टी का प्रत्याशी नहीं उतारने के फैसले को अदालत में चुनौती देने की चेतावनी दी है। सोमवार को पार्टी के फैसले के खिलाफ कांग्रेस जिला इकाई के कार्यालय के सामने आनंद ने विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने बताया की अगर पार्टी को इस क्षेत्र में स्वराज्य इंडिया पार्टी के प्रत्याशी दर्शन पुट्टणय्या का समर्थन ही करना था तो इस क्षेत्र के लिए पार्टी ने प्रत्याशियों से आवेदन शुल्क के साथ क्यों आवेदन मंगाए। पार्टी की सूचना के बाद ही कई लोगों ने शुल्क का भुगतान कर आवेदन किए थे। लेकिन पार्टी ने यहां चुनाव नहीं लडऩे का फैसला कर आवेदनकर्ताओं से विश्वासघात किया है। लिहाजा वे पार्टी के इस एकपक्षीय फैसले को अदालत में याचिका दायर करेंगे। उन्होंने कहा कि पार्टी को अगर दर्शन पुटणय्या पर इतना भरोसा है तो दर्शन को कांग्रेस पार्टी में शामिल होने का न्यौता देना चाहिए।