महावीर परमात्मा की आज्ञा को स्वीकार कर ज्ञान एवं ज्ञानी को अशातना से जितना बचा जा सके उतना बचकर आराधक भाव को अखण्डित रखना यही ज्ञान-ज्ञानी की आराधना है ज्ञान से ही पद मिलता है और पद से पावर व पैसा। आगे बढऩे के लिए कुछ अलग करने की ललक होनी चाहिए अर्थात दृढ़ इच्छा शक्ति होनी चाहिए।