निवेशकों के साथ धोखाधड़ी का आरोप मेंगलूरु के एक निजी कंपनी के तीन साझीदारों ने लोगों को निवेश करने पर हर माह अधिक कमीशन देने के बहाने सैकडों लोगों से 30 करोड़ रुपए जमा करा लेने के बाद फरार हो गए थे। 30 लाख रुपए निवेश करनेवाली एक महिला रम्या ने नार्कोटिक्स पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। पुलिस निरीक्षक रामकृष्णप्पा और कब्बाल राजा ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर नकद तीन करोड़ और तीन कीमती कारें, पांच मोबाइल फोन और अन्य कीमती चीजों को जब्त किया था। रामकृष्णा और कब्बाल राजा ने मामले को कमजोर करने के लिए आरोपियों से रिश्वत की मांग की थी।
थाने पहुंचे तो कार गायब रिश्वत नहींं देने पर पुलिस कर्मचारियों ने एक करोड़ रुपए कीमत की कार बेच कर 50 लाख रुपए आपस में बांट लिए। तीनों आरोपी जमामत पर रिहा होने के बाद कारें लेने पुलिस थाने पहुंचे तो एक कार गायब थी। पुलिस से कोई जवाब नहीं मिला और खुद जांच करने पर कार को बेच देने का पता चला। इस मामले की जांच पुलिस उपायुक्त विनय गांवकर ने की और रिपोर्ट पुलिस आयुक्त शशिकुमार को सौंपी थी।
सीआईडी जांच करेगी डीजीपी प्रवीण सूद ने इस मामले की जंाच की जिम्मेदारी सीआईडी को सौंपी है। पुलिस अधीक्षक डॉ.रोहिणी रामनिवास कटोच के नेतृत्व में जांच होगी। इस सिलसिले में शनिवार को आदेश जारी किया गया।