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पुलिस को आश्चर्य है कि इनकी संख्या कम कैसे हो गई

locationबैंगलोरPublished: Jun 13, 2021 05:14:33 pm

शहर के कोने-कोने में चल रही तलाश

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बेंगलूरु. पुलिस से शहर में रहने वाले बांग्लादेशी नागरिकों का पता लगाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। कुछ साल पहले बांग्लादेशी नागरिकों की संख्या हजारो में थी और आज इसकी संख्या केवल 17 होने पर पुलिस ने आश्चर्य व्यक्त किया है। हाल ही में बांग्लादेश की एक युवती के साथ सामूहिक बलात्कार के आरोप में तीन बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया। जांच से पता चला है कि कई बांग्लादेशी नागरिक अवैध रूप से घुसपैठ कर भारत आए थे। पुलिस गंभीरता से बांग्लादेशी नागरिकों का पता लगा रह है।
सभी विदेशी नागरिकों का पता लगाने का आदेश

पुलिस आयुक्त कमल पंत ने शहर के आठ संभागों के पुलिस उपायुक्तों को सभी विदेशी नागरिकों का पता लगाने का आदेश दिया है। कई बांग्लादेशी नागरिक पश्चिम बंगाल से प्रदेश में दाखिल होकर बेंगलूरु और बाहरी क्षेत्रों में झोंपडिय़ां बनाकर रहते थे। वे खिलौने अन्य चीजें बेच कर, मजदूरी कर या रद्दी बीनकर गुजारा करते थे। कुछ लोग महिलाओं से जिस्म फरोशी का काम कराते थे और कुछ युवक अपराध करने लगे थे।
प्रदेश में केवल 132 बांग्लादेशी नागरिकों के होने की जानकारी

बेंगलूरु स्थित विदेशी क्षेत्रीय पंजीयन कार्यालय (एफआरआरओ) के अधिकारियों ने वीजा और पासपोर्ट के आधार पर प्रदेश में केवल 132 बांग्लादेशी नागरिकों के होने की जानकारी दी है जबकि 17 लोग अवैध रूप से रहते हैं। 74 नागरिकों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज किए गए हैं। अवैध गतिविधियों में लिप्त होने पर राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने प्रमुख आरोपी कौसर समेत 15 लोगों को गिरफ्तार किया था।
पुलिस ने वाइटफील्ड, बाणसवाड़ी, केआरपुरम, शिवाजी नगर, एचएसआर ले आउट, चंदापुर और अन्य क्षेत्रों में 880 नागरिकों का पता लगाया था। उन्हें तड़ी पार किया गया था। फिर कोरोना की लहर शुरू होने पर तलाशी का काम रुक गया था। अब फिर तलाशी की प्रक्रिया शुरू की गई है।
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