आंदोलन की अगुवाई कर रहे किसान नेता वीरेश सबरदामठ ने कहा कि हम महादयी पंचाट के अंतिम आदेश पर तत्काल अधिसूचना जारी करने की मांग की तरफ केन्द्र व राज्य सरकार दोनों का ध्यान आकर्षित करने के लिए यहां आए हैं।
उन्होंने बताया कि सुप्रीम कोर्ट में केस लंबित होने के कारण महादयी नदी के पानी के बहाव को मोडऩे के लिए श्कलसा-बंडूरी नहर की परियोजना के क्रियान्वयन का कार्य राज्य सरकार ने रोक दिया था। मगर पंचाट के फैसले को अधिसूचित करने के बारे में केन्द्र सरकार के सामने कोई बाधा नहीं है।
उन्होंने कहा कि जैसे ही फैसले पर अधिसूचना जारी होगी, परियोजना की तमाम बाधाएं स्वत: ही दूर हो जाएंगी। रेलवे स्टेशन पर धरना दे रहे किसान अपने इरादे पर अड़े हैं।