उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम में प्रदेश कांग्रेस राजनीतिक मामलों की समिति (पीएसी) के सभी सदस्य भाग ले रहे हैं। राज्य के सभी 224 विधानसभा क्षेत्रों से उनके प्रशंसक इस समारोह में उपस्थित रहेंगे। नेशनल हेराल्ड मामले को लेकर देश के विभिन्न शहरों में ईडी के छापेमारी के कारण से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खरगे इस समारोह में भाग नहीं लेंगे। पूर्व केंद्रीय मंत्री केएच मुनियप्पा को डेंगू होने के कारण से उन्होंने उपस्थित नहीं होने की सूचना दी है।
प्राकृतिक आपदा प्रबंधन के बारे में उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार हर क्षेत्र में विफल रही है। राज्य की जनता इस सरकार को सत्ता से हटाने के लिए आगामी विधानसभा चुनाव का बेसब्री से इंतजार कर रही है।
विधानमंडल का सत्र बुलाएं : कुमारस्वामी
रामनगर. राज्य में कानून-व्यवस्था चरमरा रही है। तटीय कर्नाटक के जिलों में सांप्रदायिक तनाव फैलाने के सुनियोजित प्रयास हो रहे हैं। भारी बारिश के कारण 15 से अधिक जिलों में जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है। इन सभी समस्याओं पर विचार-विमर्श के लिए राज्य सरकार को विधानमंडल का सत्र बुलाना चाहिए। पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने यह मांग की।
उन्होंने यहां मंगलवार को कहा कि गृहमंत्री अरगा ज्ञानेंद्र का बरताव उनके पद के अनुरूप नहीं है। राज्य को पहली बार ऐसा गैरजिम्मेदार तथा संवेदनहीन गृहमंत्री मिला है। किसी भी मामले की जांच शुरू होने से पहले ही बयान देकर गृहमंत्री जांच प्रभावित करने का प्रयास कर रहे हैं।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के राज्य के औचक दौरे के बारे में उन्होंने कहा कि भाजपा शायद कर्नाटक में गुजरात का सांप्रदायिक ध्रुवीकरण वाला फार्मूला अपनाकर सत्ता में वापसी करना चाहती है। केंद्रीय गृहमंत्री का दौरा इसी रणनीति का हिस्सा हो सकता है।
उन्होंने कहा कि राज्य में खाद का पर्याप्त भंडारण होने का दावा करने वाली सरकार किसानों को मांग के अनुपात में खाद की आपूर्ति सुनिश्चित करने में विफल रही है। कई जिलों में खाद खरीदने के लिए किसानों की लंबी कतारें दिखाई दे रही है। बारिश के कारण क्षतिग्रस्त हुई संपर्क सड़कें तथा पुलों की मरम्मत नहीं होने से राज्य के कई गांवों का संपर्क टूटा है। भाजपा के किसी नेता को इस बात की चिंता नहीं है।