कोविड-19 के दौरान लगाए गए लॉकडाउन के दौरान रेलवे ने इस कार्य को पूरा किया है। बेंगलूरु मंडल के अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ पर्यवेक्षकों, तकनीशियनों और सिविल, सिग्नल एंड टेली कम्युनिकेशन और इलेक्ट्रिकल विभागों के ठेकेदार, मजदूरों ने सोशल डिस्टेंस बनाए रखने और कोविड-19 के खिलाफ सावधानी बरतते हुए काम पूरा किया। बैयप्पनहल्ली टर्मिनल के 30 अक्टूबर को शुरू करने की योजना है।
दपरे के महाप्रबंधक अजय कुमार सिंह ने कहा कि यह सबसे महत्वपूर्ण काम था जो टीम में शामिल सभी विभागों द्वारा काम करने के बाद पूरा किया जा सकता था। बेंगलूरु सिटी स्टेशन पर कम होगा ट्रेनों का दबाव
मंडल रेल प्रबंधक अशोक कुमार वर्मा ने बताया कि बैयप्पनहल्ली टर्मिनल शुरू होने के बादकेएसआर बेंगलूरु स्टेशन पर ट्रेनों के दबाव को कम किया जा सकेगा। मुंबई और चेन्नई क्षेत्रों की ओर जाने वाली गाडिय़ों को बैयप्पनहल्ली से शुरू किया जा सकता है। बैयप्पनहल्ली में स्टेशन भवन का निर्माण केंद्रीकृत एयर कंडीशनिंग के साथ विश्व स्तर के मानक के अनुसार किया जा रहा है। उक्त भवन का कार्य पूरा होने को है। स्टेशन भवन, प्लेटफॉर्म और परिसंचारी क्षेत्र के कामों के पूरा होने के बाद, इस टर्मिनल को ३० अक्टूबर को एक्सप्रेस/यात्री ट्रेनों के संचालन के लिए शुरू किए जाने की योजना है।
मंडल रेल प्रबंधक अशोक कुमार वर्मा ने बताया कि बैयप्पनहल्ली टर्मिनल शुरू होने के बादकेएसआर बेंगलूरु स्टेशन पर ट्रेनों के दबाव को कम किया जा सकेगा। मुंबई और चेन्नई क्षेत्रों की ओर जाने वाली गाडिय़ों को बैयप्पनहल्ली से शुरू किया जा सकता है। बैयप्पनहल्ली में स्टेशन भवन का निर्माण केंद्रीकृत एयर कंडीशनिंग के साथ विश्व स्तर के मानक के अनुसार किया जा रहा है। उक्त भवन का कार्य पूरा होने को है। स्टेशन भवन, प्लेटफॉर्म और परिसंचारी क्षेत्र के कामों के पूरा होने के बाद, इस टर्मिनल को ३० अक्टूबर को एक्सप्रेस/यात्री ट्रेनों के संचालन के लिए शुरू किए जाने की योजना है।
नए स्टेशन में होंगे 7 प्लेटफार्म
मौजूदा बैय्यपनहल्ली यार्ड 18 लाइनों का होगा। नए स्टेशन में 7 प्लेटफार्म, 6 स्टेबल लाइन, 3 पिट लाइन और भविष्य की पिट लाइन के लिए 8 पैसेंजर लाइनें होंगी। इसके अतिरिक्त, इसमें 5 लोको बे लाइन, 1 ट्रैक मशीन साइडिंग, 1 सिक लाइन, 1 शंटिंग नेक, 1 पार्सल साइडिंग और 1 निरीक्षण कार साइडिंग, 2 छोटी स्टेबलिंग लाइनें भी होंगी।
मौजूदा बैय्यपनहल्ली यार्ड 18 लाइनों का होगा। नए स्टेशन में 7 प्लेटफार्म, 6 स्टेबल लाइन, 3 पिट लाइन और भविष्य की पिट लाइन के लिए 8 पैसेंजर लाइनें होंगी। इसके अतिरिक्त, इसमें 5 लोको बे लाइन, 1 ट्रैक मशीन साइडिंग, 1 सिक लाइन, 1 शंटिंग नेक, 1 पार्सल साइडिंग और 1 निरीक्षण कार साइडिंग, 2 छोटी स्टेबलिंग लाइनें भी होंगी।
यह सुविधाएं चेन्नई और मुम्बई की ओर से बैयप्पनहल्ली, हुब्बल्ली से बाणसवाड़ी और बेंगलूरु से बैयप्प्पनहल्ली पश्चिम केबिन के माध्यम से ट्रेनों की एक साथ रिसेप्शन और डिस्पेच के लिए लाइन क्षमता में सुधार करेगी। सिविल इंजीनियरिंग, सिग्नल एंड टेली कम्युनिकेशन, इलेक्ट्रिकल सहित बैयपनहल्ली में तीसरे कोचिंग टर्मिनल की लागत लगभग 24० करोड़ रुपए आएगी।