वहीं, चामराजनगर के सांसद और भाजपा नेता वी.श्रीनिवास प्रसाद ने कांग्रेस विधायक दल के नेता सिद्धरामय्या पर आरोप लगाया है कि सिद्धरामय्या इस मामले को लेकर दोहरी चाल चल रहे हैं। एक ओर वे असंतुष्ट विधायकों को मनाने का प्रयास कर रहें है। लेकिन त्यागपत्र देनेवाले विधायकों में 5-6 विधायकों के सिद्धरामय्या के ही करीबी होने के कारण इस मामले में सिद्धरामय्या की भूमिका संदिग्ध है।
उन्होंने कहा कि सिद्धरामय्या कुमारस्वामी के नेतृत्ववाली सरकार को गिराकर विधानसभा में स्वयं नेता प्रतिपक्ष बनने के फिराक में है। आम चुनाव के परिणामों के पश्चात सिद्धरामय्या ने कांग्रेस आलाकमान को बताया था की इस चुनाव में कांग्रेस की हार जद-एस के साथ गठबंधन के कारण हुई है।
भाजपा का दावा है कि सरकार को बचाने को लेकर कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता असक्रिया है जिससे स्पष्ट होता है कि गठबंधन सरकार में सबकुछ ठीक नहीं है।