डॉ. शिवलीला ने बुधवार को बताया कि शिशु जब अस्पताल पहुंचा तो उसका वजन 2.75 किलोग्राम था। शिशु का गर्भनाल भी जुड़ा था। गर्भनाल सूख चुका था। पीलिया सहित उसे पॉलीसिथीमिया (लाल रक्त कोशिकाओं का ज्यादा होना) और हाइपरनाट्रेमिक डिहाइड्रेशन (शरीर में तरल पदार्थ की कमी) की भी शिकायत थी। अस्पताल पहुंंचते ही शिशु को नवजात गहन चिकित्सा इकाई (एनआइसीयू) में भर्ती किया गया। दो दिनों के लिए फोटोथैरेपी दिया गया। जरूरी जांच और उपचार के बाद शिशु स्वस्थ है।
उपचार के बाद अस्पताल प्रबंधन ने बुधवार सुबह शिशु को हाई ग्राउंड्स पुलिस को सुरक्षित सौंपा। महावीर अब शिशु विहार में रहेगा। इच्छुक परिवार शिशु को गोद ले सकते हैं।