बता दें कि फेसबुक ने पिछले साल सितंबर में सुरक्षा संबंधी खामियों के चलते यह फीचर हटा लिया था। बताया जाता है कि इसके जरिए यूजर्स को यह तय करने में मदद मिलेगी कि उनकी प्रोफाइल में कौन सी जानकारी सार्वजनिक रखनी है और कौन सी पर्सनल।
बताया जाता है कि फेसबुक की ओर से इस फीचर को हटाने का सबसे बड़ा कारण इसमें एक सुरक्षा खामी थी जिसके जरिए एक हैकर ने इस फीचर की मदद से पांच करोड़ अकाउंटस के टोकन चुरा लिए थे। इस खामी के कारण फेसबुक को लगभग नौ करोड़ यूजर्स को उनके अकाउंट्स में लॉग बैक कराना पड़ा था। कम्पनी ने सुरक्षा की समीक्षा के बाद इस फीचर को फिर से लागू करने का फैसला किया है।