जिले में केआरआइडीएल के लिए पृथक भवन की जरुरत थी।सरकारी भवनों के निर्माम, ग्रामीण सड़कों के निर्माण, शुुद्ध पेयजल संयंत्रों के निर्माण सहित राज्य सरकार के अनेक निर्माण कार्य में केआरआइडीएल प्रमुख भूमिका निभा रहा है। उन्होंने कहा कि केसी वैली के पानी का मसला न्यायालय के विचाराधीन है।
इस संबंध में पर्यावरण विभाग, लघु सिंचाई विभाग, बेंगलूरु जलापूर्ति एवं मल जल निस्तारण बोर्ड के अधिकारियों के साथ बैठक की गई है। इस मौके पर किसान संघ ने जब केसी वैली का पानी बहाने की मांग की तो मंत्री ने कहा कि आप लोगों को भी अपनी राय न्यायालय में पेश करनी चाहिए।
विधानसभा अध्यक्ष रमेश कुमार ने कहा कि जिले में अब बारिश नहीं हो रही है। गर्म हवाएं चल रही हैं। जिला पंचायत व ग्रामीण पेयजल विभाग को जिले में पेयजल की किल्लत नहीं आने देने के संबंध में आवश्यक कदम उठाने होंगे। उन्होंने जिले के जलाशयों में उगे कंाटेदार पौधों तथा जिलेे की सरकारी व निजी जमीन पर अनावश्यक झाडिय़ों को के सफाए के निर्देश जिलाधिकारी को दिए।
इसके बाद मंत्री कृष्णा बैरेगौड़ा ने बेंगलूरु उत्तर विश्वविद्यालय का दौरा करके विश्वविद्यालय में उपलब्ध सुविधाओं के बारे में चर्चा की। कुलपति केंपराजु ने मंत्री को बताया कि विद्यार्थियों को मिलने वाली तमाम सुविधाओं के बारे में बेवसाइट पर जानकारी उपलब्ध करवाई गई है। कम मैरिट वालों के प्रवेश देने की स्थिति में विद्यार्थी इसे चुनौती दे सकते हैं। विश्वविद्यालय को कामकाज को लेकर कोई शिकायत नहीं है और इसकी स्थापना से कोलार व चिकबल्लापुर के युवाओं को बड़ी सुविधा मिली है। इस अवसर पर कोलार के विधायक के. श्रीनिवास गौड़ा, मालूर के विधायक केवाई. नंजेगौड़ा, जिला पंचायत अध्यक्ष गीतम्मा आनंद रेड्डी, जिला पंचायत की उपाध्यक्ष यशोदा कृष्णमूर्ति, जिलाधिकारी जे. मंजुनाथ सहित अन्य अधिकारियों ने भाग लिया।