विनय और समर्पण का प्रतीक साध्वी प्रमुखा विश्रुतविभा- साध्वी शिवमाला
शांतिनगर में वर्धापन समारोह
बेंगलूरु. साध्वी शिवमाला के सानिध्य में महिला मंडल राजराजेश्वरी नगर एवं शांतिनगर श्रावक समाज के तत्वावधान में नवम साध्वी प्रमुखा विश्रुतविभा का वर्धापन समारोह नरेंद्र सुराणा के यहां शांतिनगर में आयोजित किया गया। ममता घोषल,कांता सेठिया,पिंकी घोषल,सरिता बरडिय़ा ने मंगलाचरण किया। उर्मिला सुराणा ने सरदार शहर का वृतांत बताया। महिला मंडल राजराजेश्वरी नगर अध्यक्ष लता बाफना ने सभी का स्वागत करते हुए अपनी भावना व्यक्त की। महिला मंडल एवं कन्या मंडल द्वारा सामूहिक गीत का संगान किया गया। साध्वी प्रमुखा का जीवन परिचय कविता के माध्यम से जितेंद्र घोषल ने दिया। साध्वी शिवमाला ने कहा रामकृष्ण परमहंस ने स्वामी विवेकानंद में भगवान महावीर ने गौतम में गौतम बुद्ध ने आनंद में मर्यादा पुरुषोत्तम राम ने हनुमान में कर्म योगी कृष्ण ने अर्जुन में जो शक्ति का संप्रेषण किया। वही आचार्य महाप्रज्ञ ने मुख्य नियोजित साध्वी विश्रुतविभा में शक्ति का संप्रेषण किया। विनय और समर्पण ने गुरु के दिल को जीत लिया। साध्वी अमित रेखा ने कहा जयाचार्य ने साध्वी प्रमुखा पद का सूत्रपात किया। गुरुदेव तुलसी ने तीन साध्वी प्रमुखा की नियुक्ति की। वहीं आचार्य महाश्रमण ने नवीं साध्वी प्रमुखा विश्रुत विभा का चयन किया जिससे चतुर्विध धर्म संघ में अहलाद की अनुभूति हुई। गुरु शिष्य को तैयार कर संघ में सर्वोपरि स्थान प्रतिष्ठित करते हैं। साध्वी अमितरेखा,अर्हमप्रभा, रत्नप्रभा ने गीतिका द्वारा अभिवंदना की। कार्यक्रम का संचालन साध्वी अमितरेखा ने किया। आभार राजराजेश्वरी नगर महिला मंडल मंत्री सीमा छाजेड़ एवं जितेंद्र घोषल ने जताया। इस अवसर पर तेरापंथ सभा गांधीनगर के सहमंत्री राजेंद्र बैद, पारसमल धोका, चित्रा बाफना, रजनी संचेती,सरोज चोरडिय़ा, संगीता डागा कन्या मंडल से चेतना संचेती सहित काफी संख्या में श्रावक श्राविका उपस्थित थीं।
शांतिनगर में वर्धापन समारोह
बेंगलूरु. साध्वी शिवमाला के सानिध्य में महिला मंडल राजराजेश्वरी नगर एवं शांतिनगर श्रावक समाज के तत्वावधान में नवम साध्वी प्रमुखा विश्रुतविभा का वर्धापन समारोह नरेंद्र सुराणा के यहां शांतिनगर में आयोजित किया गया। ममता घोषल,कांता सेठिया,पिंकी घोषल,सरिता बरडिय़ा ने मंगलाचरण किया। उर्मिला सुराणा ने सरदार शहर का वृतांत बताया। महिला मंडल राजराजेश्वरी नगर अध्यक्ष लता बाफना ने सभी का स्वागत करते हुए अपनी भावना व्यक्त की। महिला मंडल एवं कन्या मंडल द्वारा सामूहिक गीत का संगान किया गया। साध्वी प्रमुखा का जीवन परिचय कविता के माध्यम से जितेंद्र घोषल ने दिया। साध्वी शिवमाला ने कहा रामकृष्ण परमहंस ने स्वामी विवेकानंद में भगवान महावीर ने गौतम में गौतम बुद्ध ने आनंद में मर्यादा पुरुषोत्तम राम ने हनुमान में कर्म योगी कृष्ण ने अर्जुन में जो शक्ति का संप्रेषण किया। वही आचार्य महाप्रज्ञ ने मुख्य नियोजित साध्वी विश्रुतविभा में शक्ति का संप्रेषण किया। विनय और समर्पण ने गुरु के दिल को जीत लिया। साध्वी अमित रेखा ने कहा जयाचार्य ने साध्वी प्रमुखा पद का सूत्रपात किया। गुरुदेव तुलसी ने तीन साध्वी प्रमुखा की नियुक्ति की। वहीं आचार्य महाश्रमण ने नवीं साध्वी प्रमुखा विश्रुत विभा का चयन किया जिससे चतुर्विध धर्म संघ में अहलाद की अनुभूति हुई। गुरु शिष्य को तैयार कर संघ में सर्वोपरि स्थान प्रतिष्ठित करते हैं। साध्वी अमितरेखा,अर्हमप्रभा, रत्नप्रभा ने गीतिका द्वारा अभिवंदना की। कार्यक्रम का संचालन साध्वी अमितरेखा ने किया। आभार राजराजेश्वरी नगर महिला मंडल मंत्री सीमा छाजेड़ एवं जितेंद्र घोषल ने जताया। इस अवसर पर तेरापंथ सभा गांधीनगर के सहमंत्री राजेंद्र बैद, पारसमल धोका, चित्रा बाफना, रजनी संचेती,सरोज चोरडिय़ा, संगीता डागा कन्या मंडल से चेतना संचेती सहित काफी संख्या में श्रावक श्राविका उपस्थित थीं।