scriptविद्यार्थियों के लिए संजीवनी साबित होगी ऑनलाइन पुस्तकालय योजना | Thousands will benifit with online library | Patrika News

विद्यार्थियों के लिए संजीवनी साबित होगी ऑनलाइन पुस्तकालय योजना

locationबैंगलोरPublished: Jul 01, 2020 06:56:17 pm

Submitted by:

Sanjay Kulkarni

सार्वजनिक पुस्तकालय विभाग की योजना- दो लाख से अधिक पंजीकरण

विद्यार्थियों के लिए संजीवनी साबित होगी ऑनलाइन पुस्तकालय योजना

विद्यार्थियों के लिए संजीवनी साबित होगी ऑनलाइन पुस्तकालय योजना

बेंगलूरु. राज्य में वाणिज्य, विज्ञान, कला अभियांत्रिकी उच्च शिक्षा संस्थाएं प्रशासनिक दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए अब ऑनलाइन कक्षाएं चला रही हैं। ऐसी स्थिति में सार्वजनिक पुस्तकालय विभाग का डिजिटल पुस्तकालय विद्यार्थियों के लिए संजीवनी साबित हो सकता है। सार्वजनिक पुस्तकालय विभाग की इस योजना काफी सराहा जा रहा है। अभी तक विभिन्न जिलों में इस योजना में भाग लेने के लिए 2 लाख 14 हजार से अधिक विद्यार्थियों ने पंजीकरण किया है।
एक लाख से अधिक पुस्तकें उपलब्ध

सार्वजनिक पुस्तकालय विभाग के निदेशक डॉ सतीश कुमार होसमनी के मुताबिक इस योजना में शामिल होने के लिए पंजीकरण की प्रक्रिया काफी सरल है। विभाग की वेबसाइट पर ही विद्यार्थी तथा अन्य पाठक भी इस योजना के लिए आसानी से पंजीकरण कर सकते हैं। बेंगलूरु शहर के विभिन्न संभागों में अभी तक इस योजना के लिए 32 हजार से अधिक विद्यार्थियों ने पंजीकरण किया है। विभाग के इस अनूठे पुस्तकालय में विद्यार्थी तथा साहित्य में रूचि रखने वाले पाठकों को 1 लाख 20 हजार से अधिक पुस्तक उपलब्ध होंगी।
पाठ्यपुस्तकों के साथ स्पर्धात्मक परीक्षा की पुस्तकेंइस योजना में विज्ञान, कला, वाणिज्य, अभियांत्रिकी, चिकित्सा, प्रबंधन शिक्षा, तकनीकी शिक्षा समेत सभी संभागों की पाठ्यपुस्तक उपलब्ध होंगी। ऑनलाइन उपलब्ध पुस्तकों के कारण विद्यार्थियों की मुख्य समस्या का समाधान होगा। इसके अलावा भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) कर्नाटक प्रशासनिक सेवा (केएएस) सीईटी, एनईईटी जैसी स्पर्धात्मक परीक्षाओं के लिए आवश्यक पुस्तकें भी ऑनलाइन उपलब्ध होंगी। इन पुस्तकों को विद्यार्थी डाउनलोड कर सकते हैं।साथ में विज्ञान संकाय के विद्यार्थियों के लिए ऑनलाइन पर ही प्रयोगशालाओं में किए जाने वाले विभिन्न प्रयोगों के विडियो भी उपलब्ध होंगे। साहित्य में रूचि रखने वाले पाठकों के लिए यहां इतिहास, कला, लोककला, काव्यसंग्रह के साथ-साथ साहित्यकारों की श्रेष्ठ साहित्य रचनाएं उपलब्ध होंगी।
ई-सार्वजनिक ग्रंथालय ऐप पर ज्ञान का भंडार

इस योजना के लिए जून माह के अंत तक उत्तर संभाग में स्थित सार्वजनिक पुस्तकालयों में सबसे अधिक 10 हजार 735, केंद्रीय संभाग में 6 हजार 100, पूर्व संभाग में 2 हजार 870, दक्षिण संभाग में 4 हजार 600 तथा पूर्व संभाग में 2 हजार 870, राज्य पुस्तकालय केंद्र में 4 हजार 500 से अधिक पंजीकरण किए गए है। विद्यार्थी तथा पाठक ‘ई-सार्वजनिक ग्रंथालयÓ ऐप को मोबाइल पर डाउनलोड कर इस पुस्तक भंडार का उपयोग कर सकते है। इससे पहले आवेदकों को डब्लूडब्लूडब्लू. कर्नाटकाडिजिटलपब्लिकलाइब्ररी.ओआरजी पर लॉग इन कर पंजीयन करना होगा।

ट्रेंडिंग वीडियो