Tiger attack : बाघ के हमले में आरएफओ घायल
ऐसा बहुत कम होता है कि tiger किसी पर हमला करे और फौरन नौ दो ग्यारह हो जाए। लेकिन सोमवार को कुछ ऐसा ही हुआ। जिसके कारण एक वन अधिकारी की जान बच गई।

कई जगह पर बाघ के दांत और पंजों के निशान
चामराजनगर. Bandipur Tiger Reserve के गोपालस्वामी बेट्टा रेंज में रेंज वन अधिकारी (आरएफओ) राघवेन्द्र अगासी पर सोमवार को एक बाघ ने अचानक हमला बोला और नौ दो ग्यारह हो गया। हमले में अगासी का बायां पैर बुड़ी तरह जख्मी हो गया। कई जगह पर बाघ के दांत और पंजों के निशान हैं। गुंडलुपेट के सरकारी अस्पताल में उनका उपचार चल रहा है। अगासी भाग्यशाली रहें कि हमला बोलने के कुछ देर बाद ही बाघ वहां से भाग खड़ा हुआ।
एक Farm में बाघ देखे जाने की सूचना पर अगासी अपनी टीम के साथ फार्म पहुंचे थे। बाघ को खोजने के दौरान बाघ ने उनपर हमला बोल दिया। इस दौरान अगासी के पास उनकी gun भी नहीं थी। बंडीपुर टाइगर रिजर्व के निदेशक टी. बालचंद्र ने Hospital पहुंच अगासी की कुशलक्षेम पूछी। गैरतलब है कि बंडीपुर और Nagarhole टाइगर रिजर्व व इसके आसपास के इलाकों में बाघों के मानव बस्तियों में घुसने की समस्या विकराल होती जा रही है। दोनों टाइगर रिजर्वों में क्षमता से ज्यादा बाघ हैं।
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