scriptबाघ ने मारा हाथी तो कुत्ते ने खोज निकाला | Tiger killed Elephant but Dog traces it | Patrika News

बाघ ने मारा हाथी तो कुत्ते ने खोज निकाला

locationबैंगलोरPublished: Oct 13, 2019 06:36:13 pm

Submitted by:

Nikhil Kumar

आखिरकार पकड़ा गया बाघ। गत पांच दिनों से वन विभाग को छका चालाकी से शिकार और चहलकदमी कर रहे बाघ और खोजी दल के बीच चली आंख मिचौली रविवार को खत्म हुई। आतंक का पर्याय बना बाघ रविवार को पकड़ा गया। करीब 150 वन कर्मचारी, छह हाथी, छह पशु चिकित्सक और स्निफर डॉग राणा सहित सोलिगा आदिवासियों ने बाघ को पकडऩे में अहम भूमिका निभाई।

बाघ ने मारा हाथी तो कुत्ते ने खोज निकाला

बाघ ने मारा हाथी तो कुत्ते ने खोज निकाला

-हाथी के बच्चे को मारना पड़ा भारी
-मेलकमनाहल्ली कैंपस के पास मिला
-स्निफर डॉग राणा ने की मदद

बेंगलूरु.

बंडीपुर टाइगर रिजर्व (Bandipur Tiger Reserve) व आसपास के गांवों में दो किसान (Farmer) और 14 मवेशियों का शिकार कर आतंक का पर्याय बना बाघ रविवार को पकड़ा गया। वन विभाग के खोजी दल ने चामराजनगर (Chamrajnagar) में मेलकमनाहल्ली कैंपस के पास बाघ को पिंजरे में कैद किया। वन विभाग पर बाघ को पकडऩे का काफी दबाव था। ग्रामीण बाघ को पकडऩे या मारने की मांग पर अड़े थे। बाघ को मैसूरु चिडिय़ाघर (Mysore Zoo) के पुनर्वास केंद्र (Rehabilitation Centre) भेजा गया है। वन मंत्री सी. सी. पाटिल (C. C. Patil) ने पुष्टि की कि पकड़ा गया बाघ वही है जिसने गत दो महीने में दो किसान और कई मवेशियों का अपना शिकार बनाया।

वन विभाग (Forest Department) ने बुधवार से व्यापक अभियान चला रखा था। करीब 150 वन कर्मचारी, छह हाथी, छह पशु चिकित्सक और स्निफर डॉग राणा सहित सोलिगा आदिवासियों ने बाघ को पकडऩे में अहम भूमिका निभाई। करीब 200 कैमरा ट्रैप बाघ की तस्वीरें लेने के लिए लगाए गए थे।

चाहता था इलाके पर कब्जा

वन विभाग के अनुमान के अनुसार इलाके पर कब्जा जमाने के लिए बाघ कबिनी, नागरहोले और अंतरसंते रेंज से भटकते हुए कुंडुकेरे और गोपालस्वामी बेट्टा रेंज पहुंचा। बीच-बीच में वह बंडीपुर के मोल्लेहोले रेंज में चहलकदमी करता था।

पहली बार श्वान का इस्तेमाल

बाघ ने एक हाथी (Elephant) के बच्चे का शिकार किया था। मगुविनाहल्ली गांव के समीप एक हाथी के बच्चे का क्षत-विक्षत शव शनिवार सुबह बरामद हुआ था, जो बाघ (Tiger) को पकडऩे में एक अहम कड़ी साबित हुआ। बंडीपुर वन शिविर (Bandipur Forest Camp) में रह रहे श्वान (Dog) राणा को शव के पास लाया गया। उसने शव और आस-पास के स्थान को सूंघा। जिसके बाद राणा ने खोजी दल को बाघ के आसपास तक पहुंचाया।

बंडीपुर टाइगर रिजर्व के निदेशक टी. बालचंद्र ने बताया कि आम तौर पर स्निफर डॉग (Sniffer Dog) का इस्तेमाल वन्यजीव संबंधित आपराधिक मामलों को सुलझाने और शिकारियों (Poachers) को पकडऩे के लिए किया जाता है। वन विभाग ने पहली बार किसी स्निफर डॉग का इस्तेमाल बाघ को पकडऩे में किया है।

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