scriptन्यूयॉर्क के चिडिय़ाघर में कोरोना वायरस से संक्रमित हुआ बाघ | tiger test positive for covid-19 at New York's Bronx Zoo | Patrika News

न्यूयॉर्क के चिडिय़ाघर में कोरोना वायरस से संक्रमित हुआ बाघ

locationबैंगलोरPublished: Apr 07, 2020 01:27:50 pm

Submitted by:

Nikhil Kumar

विश्व में किसी बाघ में कोविड-19 के संक्रमण का यह पहला ज्ञात मामला है। जबकि तीन अन्य बाघों को सूखी खांसी की शिकायत है। जानकारी के अनुसार बाघ को उसकी देखभाल करने वाले कर्मचारी से वायरस का संक्रमण हुआ जिसमें संक्रमण के शुरुआती लक्षण नहीं दिखाई दिए थे।
 

file photo

– बाघों की सुरक्षा को लेकर एनटीसीए ने जारी किए दिशा-निर्देश

बेंगलूरु.

अमरीका के न्यू यॉर्क के ब्रोंक्स चिडिय़ाघर (New York’s Bronx Zoo) में चार वर्षीय बाघ (Tiger tests positive for corona virus) के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) सतर्क हो गया है।

विश्व में किसी बाघ में कोविड-19 के संक्रमण का यह पहला ज्ञात मामला है। जबकि तीन अन्य बाघों को सूखी खांसी की शिकायत है। जानकारी के अनुसार बाघ को उसकी देखभाल करने वाले कर्मचारी से वायरस का संक्रमण हुआ जिसमें संक्रमण के शुरुआती लक्षण नहीं दिखाई दिए थे।

एनटीसीए (National Tiger Conservation Authority) ने बेंगलूरु (Bengaluru) के एनटीसीए क्षेत्रीय कार्यालय, सभी टाइगर रिजर्व के फील्ड निदेशकों और केंद्रीय चिडिय़ाघर प्राधिकरण के सदस्य सचिवों आदि को सोमवार को जारी दिशा-निर्देश में देश भर के चिडिय़ाघरों व टाइगर रिजर्वों में बाघों की नियमित जांच बढ़ाने व सुरक्षा नियमों को कड़ाई से लागू करने पर जोर दिया है।
एनटीसीए के सहायक वन महानिरीक्षक डॉ. वैभव सी. माथुर ने दिशा-निर्देश में कहा है कि सांस लेने में समस्या, नाक बहना व खांसी जैसे लक्षणों को नजरअंदाज नहीं किया जाए। सभी संरक्षकों, पशु चिकित्सकों व अन्य कर्मचारियों के लिए कड़े सुरक्षा नियम लागू किए जाएं। बाघों पर 24 घंटे कड़ी नजर रखी जाएगी ताकि किसी भी तरह की परिस्थिति बनने पर यथासंभव जल्द से जल्द उपाय किए जा सके।
सभी चिडिय़ाघरों (Zoo) को सलाह दी गई है कि सतर्क रहें और सीसीटीवी व कैमरा ट्रैपों के जरिए बाघ व अन्य जानवरों के असामान्य व्यवहार या लक्षण की समीक्षा करें। सभी पशुओं का इलाज करते वक्त मास्क, दस्ताने पहनने तथा सैनेटाइजर का इस्तमाल करने जैसे सुरक्षा नियमों का पालन हो। सुनिश्चित किया जाए की बाघों के करीब जाने वाले कर्मचारी कोविड-१९ व इसके लक्षणों से मुक्त हों।
प्रदेश पशु चिकित्सा विभाग की देखरेख में पोस्ट मार्टम के दौरान कारोना वायरस जांच के लिए नमूने एकत्र करते समय मौत की जगह, बाघ की उम्र आदि जानकारी जुटाई जाए। बिल्ली या इस परिवार के जानवरों में कोरोना वायरस गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल प्रणाली को सीधे प्रभावित करता है। इसका विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आइसीएआर) अधिकृत लैबों में नमूने जांच के लिए भेजे जा सकते हैं।

वन्यजीव विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. आर. गोपीनाथ ने भी देश के सभी राष्ट्रीय उद्यान, अभयारण्य व टाइगर रिजर्व (Tiger Reserve) को जारी दिशा-निर्देशों में वन्यजीवों से मनुष्य व मनुष्यों से वन्यजीवों में वायरस न फैलने का ख्याल रखने के सख्त निर्देश दिए हैं। वन्यजीव व मानव संपर्क को कम-से-कम रखने, वन्यजीवों के उपचार के लिए चिकित्सा व्यवस्था सुनिश्चित कर इन्हें वापस जंगल में छोडऩे सहित सभी विभाग के बीच तालमेल स्थापित कर निगरानी प्रणाली तेज करने के निर्देश दिए हैं। क्षेत्र प्रबंधक, पशु चिकित्सक व अग्रणी कर्मचारियों को शामिल कर टास्क फोर्स व रैपिड एक्शन फोर्स का गठन भी अन्य कई सुझावों में शामिल है।

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